देशभर के कई हिस्सों में भारी बारिश और भूस्खलन ने कहर बरपाया है, जिससे कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई है। पहाड़ी राज्यों से लेकर मैदानी इलाकों तक, नदियों में उफान और शहरों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। पूर्वोत्तर भारत में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।
पूर्वोत्तर में भारी तबाही
पूर्वोत्तर के राज्यों खासकर असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश ने विकराल रूप धारण कर लिया है। अकेले असम में भूस्खलन और बाढ़ से 5 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अरुणाचल प्रदेश में 9, मेघालय में 6, मिजोरम में 5 और त्रिपुरा व नागालैंड में 1-1 व्यक्ति की जान गई है। गुवाहाटी में भारी बारिश के कारण सडक़ें दरिया में तब्दील हो गई हैं और शहरी इलाकों में बड़े पैमाने पर जलभराव देखा जा रहा है। कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण सडक़ें बंद हो गई हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हिमाचल और उत्तराखंड में भी अलर्ट
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए भी अलर्ट जारी किया है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। देश की राजधानी दिल्ली में भी गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में हल्की बारिश या गरज के साथ बौछारें पडऩे का अनुमान जताया है, जिससे तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है। स्थानीय प्रशासन और आपदा राहत दल प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।