कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद पाकिस्तान के साथ हुए समझौतों को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। खेड़ा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब देश के विभिन्न राजनीतिक हलकों में ऑपरेशन सिंदूर और उसके नतीजों को लेकर बहस छिड़ी हुई है। पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जितने भी समझौते हुए हैं, वे सभी पाकिस्तान के साथ हुए हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर किस दबाव में ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोक दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि विदेश मंत्री ने खुद यह कहा था कि ऑपरेशन शुरू होने से पहले पाकिस्तान को सूचित किया गया था। खेड़ा के अनुसार, अगर यह सच है, तो यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, क्योंकि इससे हाफिज सईद, मसूद अजहर और पहलगाम के आतंकी बच निकले होंगे। कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को यह जवाब देना होगा कि उन्होंने पाकिस्तान को सूचित करने की क्या आवश्यकता थी, जबकि वे पुंछ के नागरिकों को पहले से सूचित नहीं कर सके, जिससे उनकी जान बच सकती थी। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उनके ही विदेश मंत्री ने ऐसी बातें कही हैं।
कुवैत-कोलंबिया पाकिस्तान के साथ खड़े
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सभी देशों के समझौते पाकिस्तान के साथ ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रहे हैं। विदेश नीति में ये क्या हो रहा है? कुवैत ने पाकिस्तान के वीजा पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। कोलंबिया जैसा देश पाकिस्तान के साथ खड़ा है। भारत के साथ कौन सा देश है, जो खड़ा है। पवन खेड़ा का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार को स्पष्टता बरतनी चाहिए और किसी भी तरह की गुप्त समझौता या कार्रवाई देश के हित में नहीं है। यह बयान भारतीय राजनीति में पाकिस्तान और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चल रही तीखी बहस को और तेज कर सकता है।