भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर तंज कसा है। इस पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा है कि जय शाह अपनी काबिलियत के दम पर इस मुकाम पर हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक व्यंग्यात्मक पोस्ट साझा की, जिसमें लिखा था, हां, जय शाह ने 9 वर्ष की आयु में टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने टेस्ट में 1 लाख रन और 500 शतक बनाए। वन डे में उन्होंने 90 हजार रन और 250 शतक बनाए, तब जाकर इस मुकाम पर पहुंचे हैं। यह पोस्ट स्पष्ट रूप से जय शाह के क्रिकेट खेलने के अनुभव की कमी पर कटाक्ष करती है, क्योंकि वह एक क्रिकेट प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं, न कि खिलाड़ी के रूप में।
क्रिकेट में बहुत योगदान दिया
इस पोस्ट के बाद पूर्व मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह अपनी काबिलियत से बीसीसीआई के सेक्रेटरी हैं और उन्होंने क्रिकेट में बहुत योगदान दिया है। अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि किसी का बेटा होना गुनाह नहीं होता। उनका यह बयान कांग्रेस के उन आरोपों का खंडन है, जिनमें कहा जाता है कि जय शाह को उनके पिता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रभाव के कारण बीसीसीआई में पद मिला है। यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने जय शाह को लेकर ऐसी टिप्पणी की हो। भारतीय राजनीति में भाई-भतीजावाद (नेपोटिज्म) का मुद्दा अक्सर उठता रहता है और जय शाह पर भी इसी संदर्भ में अक्सर हमला किया जाता है। भाजपा और उसके नेता लगातार इस बात पर जोर देते हैं कि जय शाह ने क्रिकेट प्रशासन में अपनी मेहनत और काबिलियत से जगह बनाई है।