प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के बीकानेर से एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी इस पहली सीमावर्ती क्षेत्र की यात्रा में, पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के साथ किसी भी तरह का व्यापार या बातचीत नहीं करेगा। उनके इस बयान को पाकिस्तान पर निरंतर दबाव बनाने और वैश्विक मंच पर भारत की दृढ़ स्थिति को रेखांकित करने के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी सीधा संदेश है, जो बार-बार कह हैं कि दोनों देशों में ट्रेड शुरू होगा। मोदी ने स्पष्ट किया कि इसकी कीमत पाकिस्तान चुकाएगा। न उससे व्यापार होगा और न ही बात। उसकी अर्थव्यवस्था को भी तबाह कर दिया जाएगा। भारत के हिस्से का पानी भी नापाक देश को नहीं मिलेगा।
निर्णायक सरकार और निडर सेना की ताकत
जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने हाल ही में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा की गई त्वरित जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों के ठिकानों को सिर्फ 22 मिनट में तबाह कर दिया, और यह एक निर्णायक सरकार और निडर सेना की ताकत को दर्शाता है। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत अब कमजोर नहीं है और उनकी सरकार ने तीनों सेनाओं को दुश्मनों के खिलाफ पूरी तरह से छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि “अब भारत में यह नहीं चलेगा कि कुछ लोग आतंकवाद फैलाएंगे और हम बातचीत की मेज पर बैठेंगे। यह बयान विशेष रूप से पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के सामान्यीकरण की संभावनाओं को खारिज करता है, जब तक कि वह सीमा पार आतंकवाद को प्रभावी ढंग से नियंत्रित नहीं करता।
वैश्विक समुदाय को भी यह स्पष्ट संकेत
पीएम मोदी ने सीधे तौर पर किसी विशेष देश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके संदर्भ और ऑपरेशन सिंदूर के जिक्र से यह स्पष्ट था कि उनका संदेश पाकिस्तान के लिए था। उन्होंने कहा कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है, जो भारत की प्रतिक्रिया की दृढ़ता को दर्शाता है। यह संदेश न केवल पाकिस्तान के लिए था, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी यह स्पष्ट संकेत था कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।