भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर ‘आतंकिस्तान’ के रूप में बेनकाब करने के लिए नरसिम्हा राव की तर्ज पर एक विस्तृत योजना बनाई है। इस योजना के तहत, पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद और उसकी हर करतूत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने उजागर किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए, कांग्रेस सांसद शशि थरूर को एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसलिए थरूर को चुना
थरूर अपनी वाक्पटुता और अंतरराष्ट्रीय मामलों की गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं, विभिन्न वैश्विक मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वे संयुक्त राष्ट्र में भी रहे हैं इसलिए विदेश मामलों का बड़ा अनुभव है। उनकी पीएम मोदी से नजदीकी भी है। इसलिए वह पाकिस्तान के आतंकवाद को बढ़ावा देने के सबूतों को प्रस्तुत करेंगे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस खतरे के प्रति जागरूक करेंगे।
ये होगा जिम्मा
- सरकार ने कई खुफिया एजेंसियों और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को भी इस मिशन में शामिल किया है।
- वे पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क, वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण शिविरों से संबंधित ठोस सबूत इकट्ठा कर रहे हैं।
- इन सबूतों को संयुक्त राष्ट्र, जी-20 और अन्य महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत किया जाएगा।
- भारत का लक्ष्य है कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग किया जाए और उस पर आतंकवाद को रोकने के लिए दबाव डाला जाए।
- भारत न केवल अपनी सुरक्षा को मजबूत करना चाहता है, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा में भी योगदान देना चाहता है।