भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर इतिहास रचने के मुहाने पर खड़ी है। इस बार चुनौती इंग्लैंड की धरती पर 18 साल से चले आ रहे सीरीज जीत के सूखे को खत्म करने की है। पिछली बार भारत ने 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके बाद से कई दौरे हुए लेकिन जीत नसीब नहीं हुई। रोहित शर्मा की कप्तानी में हाल ही में टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया है। इस जीत से टीम का मनोबल काफी ऊंचा है और खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं। शुभमन गिल जैसे अनुभवी बल्लेबाज जहां टीम की बल्लेबाजी को मजबूती देंगे, वहीं जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की अगुवाई में तेज गेंदबाजी आक्रमण भी काफी धारदार नजर आ रहा है। हालांकि इस बार रोहित शर्मा और विराट कोहली टीम में नहीं होंगे। ऐसे में चुनौती बड़ी है और विदेशी जमीन में नए खिलाडिय़ों और कप्तान को संकटों का सामना करना पड़ेगा।
पिछली बार 2-2 से रही बराबरी
इंग्लैंड की टीम भी अपने घर में कड़ी चुनौती पेश करेगी। जोस बटलर की कप्तानी में उनके पास भी कई मैच विनर खिलाड़ी मौजूद हैं। हालांकि, भारतीय टीम की हालिया फॉर्म और संतुलित प्रदर्शन को देखते हुए इस बार इंग्लैंड में वनडे सीरीज जीतने की प्रबल संभावना है। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि टीम इंडिया इस बार 18 साल के इंतजार को खत्म करते हुए इंग्लैंड में यादगार वनडे सीरीज जीत दर्ज करेगी। यह न सिर्फ टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि इससे भारतीय क्रिकेट का दबदबा विश्व क्रिकेट में और मजबूत होगा। सभी की निगाहें इस रोमांचक सीरीज पर टिकी हुई हैं। भारतीय टीम ने 2021-22 में इंग्लैंड दौरा किया था। इस दौरे पर भारत और इंग्लैंड के बीच 2-2 से टेस्ट सीरीज बराबरी पर रहा है। ऐसे में अब एक बार फिर से मौका है कि टीम इंडिया पिछले 18 साल के सूखे को खत्म कर इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज अपने नाम करे, लेकिन मेजबान टीम को उसके घर में हरा पाना काफी मुश्किल काम माना जाता है।