प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और वहां तैनात सेना के जवानों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री का यह दौरा सीमा पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से था। उन्होंने जवानों से बातचीत की और उनकी हौसला अफजाई की। यह दौरा जवानों को यह संदेश देता है कि सरकार और देश उनके साथ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर जोरदार प्रहार कर आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने जितने भी ड्रोन और मिसाइल भेजीं, वे सब नेस्तनातूब हो गईं। ऐसे में सीजफायर के बाद पीएम मोदी का जवानों से मिलना बेहद खास है। कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री का आदमपुर एयरबेस का दौरा सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा, जवानों का मनोबल बढ़ाने और एक मजबूत राजनीतिक संदेश देने के लिए था।
ये भी हैं दौरे के मायने
सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा : आदमपुर एयरबेस भारत के सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ठिकानों में से एक है। प्रधानमंत्री ने इस दौरे के दौरान एयरबेस की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों से जानकारी ली।
सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा : प्रधानमंत्री का यह दौरा सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के उनके प्रयासों का हिस्सा है। इससे पहले भी उन्होंने कई बार सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया है।
राजनीतिक संदेश : वैसे तो मोदी हर पर्व पर जवानों से मिलते हैं, लेकिन सीजफायर के बाद ट्रंप की दखलअंदाजी से कई सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में इस दौरे को सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
क्षेत्रीय सामरिक महत्व : आदमपुर एयरबेस पंजाब में स्थित है, जो पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है। यह एयरबेस किसी भी संभावित संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। प्रधानमंत्री का दौरा इस क्षेत्र के सामरिक महत्व को दर्शाता है।