चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान एमएस धोनी ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ मिली करीबी हार के बाद खुद को टीम की हार का जिम्मेदार ठहराया है। शनिवार को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में आरसीबी ने सीएसके को 2 रनों से शिकस्त दी। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी ने कहा कि जब वह बल्लेबाजी के लिए आए थे, तो उन्हें कुछ और शॉट लगाने चाहिए थे ताकि टीम पर दबाव कम हो सके। धोनी ने गेंदबाजी विभाग में सुधार की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि गेंदबाजों को यॉर्कर की अधिक प्रैक्टिस करनी चाहिए, खासकर तब जब बल्लेबाज बड़े शॉट लगा रहे हों। उन्होंने यह भी कहा कि एक यॉर्कर चूकने पर अगली सर्वश्रेष्ठ गेंद एक बाउंसर होती है, जिसे हिट करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि वह इसकी जिम्मेदारी लेते हैं। धोनी ने माना कि टीम की शुरुआत अच्छी रही थी, लेकिन बीच के ओवरों में आरसीबी ने वापसी की। उन्होंने विशेष रूप से रोमारियो शेफर्ड की आखिरी ओवरों की तूफानी बल्लेबाजी को महत्वपूर्ण बताया, जिसने आरसीबी को 213 रनों के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।
आयुष म्हात्रे ने 94 रनों की शानदार पारी खेली
सीएसके ने 214 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 211 रन ही बना सकी। युवा बल्लेबाज आयुष म्हात्रे ने 94 रनों की शानदार पारी खेली, जबकि रवींद्र जडेजा 77 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन वे टीम को जीत नहीं दिला सके। आखिरी ओवर में सीएसके को जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी, लेकिन वे सिर्फ 12 रन ही बना पाए। धोनी ने युवा बल्लेबाज आयुष म्हात्रे की बल्लेबाजी की सराहना की और कहा कि बल्लेबाजी विभाग ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि टीम को पता है कि अगर वे रन लुटाते भी हैं, तो उनकी बल्लेबाजी में वापसी करने की क्षमता है। इस हार के साथ सीएसके अंक तालिका में सबसे नीचे बनी हुई है और प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो गई है। इस जीत ने आरसीबी को अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचा दिया है।