उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुलने पर कहा कि भगवान का दर्शन-पूजन प्रारंभ हो गया है। पूरे देशभर से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और श्रद्धालु आए हैं। सभी में बहुत उत्साह है। मंदिर समिति, हितधारकों, तीर्थ पुरोहितों, हमारे धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग करने वाले और स्थानीय लोगों के द्वारा इस भव्य यात्रा को सफल बनाने के लिए अनेक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि चार धाम यात्रा में आने पर सभी श्रद्धालुओं की यात्रा बिना किसी बाधा, विघ्न और परेशानी के सफल हो।
जोशीमठ के लिए 1700 करोड़ की धनराशि
सीएम ने बताया कि 2023 के फरवरी माह में आपदा के कारण हमारे जोशीमठ के क्षेत्र में लगभग 20 प्रतिशत स्थान में दरारें आ गई थीं। इसके लिए भारत सरकार की एजेंसियों और राज्य सरकार की एजेंसियों ने सर्वे किया। सर्वे के बाद नवनिर्माण के लिए रिपोर्ट दी गई। 1700 करोड़ की धनराशि यहां के लिए स्वीकृत हुई है। मैं देवभूमि उत्तराखंड और ज्योतिमठ के सभी लोगों की ओर से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का धन्यवाद देता हूं।
6 महीने का इंतजार खत्म
बद्रीनाथ धाम मंदिर के कपाट खुलने पर बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि लोग मंदिर में प्रार्थना करने के लिए 6 महीने तक इंतजार करते हैं। सबसे पहले सभी की भलाई के लिए प्रार्थना की जाती हैञ फिर भगवान के पवित्र कपाट खोले जाते हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने राज्य की खुशहाली के लिए प्रार्थना की है। प्रधानमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने राष्ट्र की ओर से यहां पूजन किया है।