उप्र के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ एक जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए। रैली के दौरान हिंदू संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं ने राकेश टिकैत का विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध प्रदर्शन जल्द ही हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने राकेश टिकैत के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इस हाथापाई में उनकी पगड़ी भी उछाल दी गई। घटना के बाद रैली स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और राकेश टिकैत को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। भीड़ ने देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को के नारे लगाए और धक्का मुक्की की!
ये लोग नए हिंदू, इनकी मानसिकता खराब
राकेश टिकैत ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कुछ “नए हिंदू” हैं जिनकी मानसिकता खराब है और वे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे डरने वाले नहीं हैं और इस घटना का मुंहतोड़ जवाब देंगे। इस घटना के बाद, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत बुलाई है। उन्होंने इस घटना को किसानों के सम्मान का सवाल बताया है और चेतावनी दी है कि अगर किसानों की प्रतिष्ठा पर वार होगा, तो बड़ा फैसला लिया जाएगा। दरअसल पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पर्यटक थे। इस हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है।
अखिलेश ने कहा किसान की पगड़ी उछाली
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भाजपा ने किसी एक किसान नेता की ही नहीं बल्कि हर एक किसान की पगड़ी उछाली है।चौधरी चरण सिंह जी ने जीवनभर किसानों के मान-सम्मान की जो लड़ाई लड़ी, ये हमला उनकी उन ऐतिहासिक कोशिशों पर भी हुआ है। इससे ग़ाज़ीपुर बार्डर से ग़ाज़ीपुर तक उप्र का हर किसान आंदोलित है। कोई और भले लाठी का वार और तिरस्कार भूल जाए, सच्चा किसान कभी नहीं भूलेगा। निंदनीय! किसान कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!