चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक है। टीम का नेतृत्व दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी कर रहे हैं। टीम इस सीजन में बुरी तरह से जूझ रही है, जो आईपीएल के इतिहास में उनके सबसे खराब प्रदर्शनों में से एक है। बुधवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ अपने घरेलू मैदान चेपॉक स्टेडियम में मिली हार के साथ सीएसके आधिकारिक तौर पर आईपीएल 2025 के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है। यह आईपीएल के 18 साल के इतिहास में पहली बार है जब सीएसके लगातार दो सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही है। इससे पहले 2024 में भी टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई थी।
10 में से 8 हार
इस सीजन में सीएसके ने अब तक 10 मैच खेले हैं, जिनमें से उन्हें सिर्फ दो में जीत मिली है और आठ में हार का सामना करना पड़ा है। अपने घरेलू मैदान पर, जो कभी उनका किला हुआ करता था, सीएसके ने लगातार पांच मैच गंवाए हैं। आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब सीएसके को चेपॉक में इतनी लगातार हार मिली हैं।
यह हैं खराब प्रदर्शन के कारण
सीएसके के इस निराशाजनक प्रदर्शन के कई कारण हैं। नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद धोनी ने कप्तानी संभाली, लेकिन टीम की किस्मत नहीं बदली। बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी और महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट गंवाना टीम को भारी पड़ा है। गेंदबाज भी विपक्षी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे हैं। कई विशेषज्ञ और पूर्व खिलाड़ी टीम के खराब प्रदर्शन के लिए खिलाडिय़ों के चयन और टीम संयोजन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कुछ खिलाडिय़ों का प्रदर्शन उनकी क्षमता के अनुरूप नहीं रहा है, जिससे टीम का संतुलन बिगड़ गया है।
चतुर कप्तान धोनी पर सवाल
महेंद्र सिंह धोनी को एक चतुर कप्तान माना जाता है, लेकिन इस सीजन में उनकी रणनीतियां भी कारगर साबित नहीं हुई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि उम्र का असर उनकी निर्णय लेने की क्षमता पर पड़ रहा है, जबकि अन्य टीम में प्रतिभा की कमी को मुख्य समस्या मानते हैं। सीएसके के लिए यह सीजन एक भुलाने वाला अनुभव रहा है। टीम प्रबंधन को अगले सीजन के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और एक मजबूत टीम बनाने पर ध्यान देना होगा जो उनकी विरासत को आगे बढ़ा सके। अब देखना होगा कि क्या धोनी अगला सीजन खेल पाएंगे या नहीं?