भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की आशंका मात्र ही भयावह है। यदि दुर्भाग्यवश ऐसा होता है तो इसका प्रभाव पूरी दुनिया पर विनाशकारी होगा। यह सिर्फ दो देशों का संघर्ष नहीं रहेगा, बल्कि एक वैश्विक आपदा का रूप ले लेगा। दरअसल पाकिस्तान की ओर से बार-बार परमाणु बम गिराए जाने की धमकी दी जाती है। ऐसे में इसके तत्काल प्रभाव की बात करें तो दोनों देशों में करोड़ों लोग पल भर में मारे जाएंगे। शहरों के नष्ट होने से आर्थिक ढांचा पूरी तरह से चरमरा जाएगा। परमाणु विस्फोटों से निकलने वाली रेडियोधर्मी किरणें आसपास के क्षेत्रों में फैल जाएंगी, जिससे लोगों में कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियां बढ़ जाएंगी। स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो जाएंगी और घायलों का इलाज करना मुश्किल होगा।
दीर्घकालिक परिणाम और भी भयानक होंगे
इसके दीर्घकालिक परिणाम और भी भयानक होंगे। वायुमंडल में फैली धूल और कालिख सूर्य की रोशनी को अवरुद्ध कर देगी, जिससे वैश्विक तापमान में भारी गिरावट आएगी, जिसे परमाणु सर्दी कहा जाता है। इससे कृषि उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा और दुनिया भर में खाद्यान्न संकट पैदा हो जाएगा। मौसम के पैटर्न में अप्रत्याशित बदलाव आएंगे, जिससे प्राकृतिक आपदाएं बढ़ेंगी। पर्यावरण पर इसका स्थायी नुकसान होगा। ओजोन परत का क्षरण होगा, जिससे हानिकारक पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर पहुंचेंगी। जैव विविधता का भारी नुकसान होगा और पारिस्थितिक तंत्र तबाह हो जाएंगे।
15 करोड़ लोग मारे जाएंगे
आर्थिक रूप से, वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखलाएं टूट जाएंगी। देशों के बीच आपसी सहयोग समाप्त हो जाएगा और अविश्वास का माहौल पैदा होगा। शरणार्थी संकट बढ़ेगा, जिससे पड़ोसी देशों पर भारी दबाव पड़ेगा। एक अनुमान के मुताबिक, परमाणु युद्ध में दोनों देशों में 5 से 15 करोड़ लोगों की जान जा सकती है। इसके अलावा बड़ी संख्या में शहर बर्बाद होंगे, लाखों लोग घायल होंगे और भारी विनाश होगा। वैज्ञानिकों ने पाया कि इस युद्ध के परिणाम भारत और पाकिस्तान तक सीमित नहीं रहेंगे। इस युद्ध का असर ना सिर्फ भारत-पाक के पड़ोसी देशों बल्कि दुनिया के बड़े हिस्से पर होगा।
10 डिग्री तक गिर जाएगा तापमान
2019 में आई रिपोर्ट की मानें तो भारत-पाक में परमाणु युद्ध भी एक छोटा हिमयुग ला सकता है। जलते हुए शहरों से निकलने वाला धुआं आसमान में फैल जाएगा और सूरज की रोशनी को रोक देगा। इससे दुनिया का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा और अंधेरा छा जाएगा। ऐसे में अगर भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हुआ तो एक ऐसी त्रासदी होगी जिसकी कल्पना करना भी मुश्किल है। यह न केवल इन दो देशों को बल्कि पूरी मानवता को गहरे संकट में डाल देगा। इस तरह के विनाशकारी परिदृश्य से बचने के लिए हर संभव प्रयास करना वैश्विक समुदाय की सामूहिक जिम्मेदारी है।