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    28 अप्रैल का इतिहास: पेशवा बाजीराव का हुआ था निधन.. मुगल सत्ता को हिलाकर रख दिया था

    देश-दुनिया के इतिहास में 28 अप्रैल का दिन बेहद अहम है। महान मराठा योद्धा और कुशल रणनीतिकार पेशवा बाजीराव प्रथम का निधन 28 अप्रैल, 1740 को नर्मदा नदी के किनारे रावेरखेड़ी नामक स्थान पर हुआ था। उस समय वे मात्र 40 वर्ष के थे, लेकिन अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने मराठा साम्राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। बाजीराव को बाजीराव बल्लाल भट्ट के नाम से भी जाना जाता है। वे छत्रपति शाहूजी महाराज के पेशवा (प्रधान मंत्री) थे। उन्होंने 1720 से अपनी मृत्यु तक इस पद पर रहकर मराठा शक्ति का विस्तार किया। उनकी सैन्य कुशलता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें कई महत्वपूर्ण लड़ाइयां जीतने में मदद की। उन्होंने मुगल साम्राज्य को कमजोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उत्तर भारत में मराठा प्रभाव स्थापित किया। उनकी प्रमुख विजयों में मालवा, बुंदेलखंड और गुजरात के क्षेत्रों को जीतना शामिल है। दिल्ली पर धावा उनकी सबसे साहसिक सैन्य अभियानों में से एक माना जाता है, जिसने मुगल सत्ता को हिलाकर रख दिया था। बाजीराव प्रथम न केवल एक महान योद्धा थे, बल्कि एक दूरदर्शी प्रशासक भी थे। उन्होंने मराठा साम्राज्य की वित्तीय और प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई कदम उठाए। आज भी पेशवा बाजीराव प्रथम को उनकी बहादुरी, रणनीतिक कौशल और मराठा साम्राज्य के विस्तार में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है। उनका निधन मराठा इतिहास के लिए एक अपूरणीय क्षति थी।

    कुछ दुखद यादें भी जुड़ीं

    इतिहास में 28 अप्रैल की तारीख दुखद यादों से भी जुड़ी है। 1914 में इसी दिन अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत हो गई थी। इसी दिन 1986 में सोवियत संघ ने यह स्वीकार किया कि दो दिन पहले यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु विकीरण हुआ था।

    ये हैं महत्वपूर्ण घटनाएं

    • 1910 में इंग्लैंड में क्लोड ग्राहम व्हाइट नाम के पायलट ने पहली बार रात में विमान उड़ाया।
    • 1914 में अमेरिका में वेस्ट वर्जीनिया के एस्सेल्स इलाके में एक कोयला खदान हादसे में 181 लोगों की मौत।
    • 1932 में इंसानों के लिए पीत ज्वर का टीका विकसित करने की घोषणा।
    • 1935 में रूस की राजधानी मॉस्को में भूमिगत मेट्रो ट्रेन की शुरुआत।
    • 1937 में इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन का जन्म। एक शासक के तौर पर उनका जीवन जितना राजसी और भव्य रहा, उनके जीवन का अंतिम समय और उनकी मौत उतनी ही दुखद और त्रासद रही।
    • 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जर्मनी से जापान की अपनी यात्रा के दौरान मेडागास्कर के निकट एक जर्मन पनडुब्बी से जापानी पनडुब्बी में सवार हुए।
    • 1945 में इटली के तानाशाह बेनितो मुसोलिनी, उनकी प्रेमिका क्लारा पेटाची और उसके सहयोगियों की हत्या।
    • 1964 में जापान आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) में शामिल हुआ।
    • 1986 में सोवियत संघ ने हादसे के दो दिन बाद स्वीकार किया कि 25 अप्रैल को यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु रिसाव हुआ।
    • 1995 में दक्षिण कोरिया में मेट्रो में गैस विस्फोट होने से 103 लोगों की मौत।
    • 1996 में आस्ट्रेलिया के बंदूकधारी मार्टिन ब्रायंट ने तस्मानिया के पोर्ट आर्थर इलाके में गोलियां बरसाकर 35 लोगों की जान ले ली। इसे उस समय देश के इतिहास में गोलीबारी की भीषणतम घटना बताया गया, जिसके बाद शस्त्र नियमों को कड़ा किया गया।
    • 2001 में अमेरिकी बिजनेसमैन डेनिस टीटो पहले अंतरिक्ष पर्यटक बने। उन्होंने छह दिन की अंतरिक्ष यात्रा के लिए करीब दो करोड़ डॉलर की रकम अदा की।
    • 2003 में दुनिया भर में कर्मचारी सुरक्षा और स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। इसी दिन काम के दौरान मारे गए मजदूरों को भी याद किया जाता है।
    • 2003 में एप्पल ने आईटयून्स स्टोर की शुरूआत की, जिससे उपभोक्ता इंटरनेट से संगीत सीधे अपने फोन पर डाउनलोड कर सकते थे।
    • 2007 में श्रीलंका को हराकर ऑस्ट्रेलिया चौथी बार विश्व क्रिकेट चैंपियन बना।
    • 2008 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने पीएसएलवी-सी9 के प्रक्षेपण के साथ एक नया इतिहास रचा।
    • 2020 में देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 937 तक पहुंची। संक्रमितों की तादाद 29,974 के पार।
    • 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण के देश में एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नये मामले सामने आए और कुल मामले 1,79,9,267 पर पहुंचे। मरने वालों की तादाद दो लाख पार।
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