उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां लगभग 3 करोड़ रुपए की लागत से बनी एक नई पानी की टंकी अपनी पहली टेस्टिंग के दौरान ही रविवार को अचानक फट गई और धराशायी हो गई। यह घटना सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक गांव में हुई। जल जीवन मिशन के तहत इस पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना था। जब टंकी में पानी भरकर उसकी क्षमता और लीकेज आदि की जांच की जा रही थी, तभी अचानक तेज आवाज के साथ टंकी का ऊपरी हिस्सा फट गया और पूरी संरचना नीचे गिर गई। इस घटना में किसी भी व्यक्ति के हताहत होने की खबर नहीं है, क्योंकि टेस्टिंग के दौरान आसपास कोई मौजूद नहीं था। हालांकि, करोड़ों रुपए की लागत से बनी पानी की टंकी का इस तरह टेस्टिंग के दौरान ही टूट जाना निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
स्थानीय लोगों ने घटना पर आक्रोश जताया
स्थानीय ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती गई है, जिसके कारण यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। जिला प्रशासन ने घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर टीम भेजकर जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्माण एजेंसी और संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है।
गुणवत्ता की खुली पोल
यह घटना जल जीवन मिशन के तहत चल रहे अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर भी चिंताएं पैदा करती है। यदि इतनी बड़ी लागत से बनी पानी की टंकी टेस्टिंग भी नहीं झेल पाई, तो अन्य परियोजनाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठना लाजमी है। इस घटना से सबक लेते हुए सरकार को सभी निर्माण कार्यों की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।