जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले के बाद भारत में सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार की बढ़ती चर्चा के बीच पाकिस्तान के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। इन मीम्स में हास्य, व्यंग्य और गहरी चिंता का एक अजीब मिश्रण देखने को मिल रहा है। जहां कुछ यूजर्स भारत के संभावित कदम का मजाक उड़ा रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में लोग अपनी सरकार की जल प्रबंधन नीतियों की आलोचना कर रहे हैं और देश में संभावित जल संकट को लेकर अपनी गहरी आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
रेगिस्तान में दूरबीन से कुछ ढूंढ रहे पानी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और अन्य पाकिस्तानी सोशल मीडिया साइट्स पर ऐसे मीम्स की भरमार है जो मौजूदा स्थिति पर कटाक्ष कर रहे हैं। एक लोकप्रिय मीम में एक प्यासे ऊंट को दिखाया गया है, जिसके ऊपर लिखा है, भारत ने पानी रोका तो यह होगा पाकिस्तान का राष्ट्रीय पशु। एक अन्य मीम में दो व्यक्ति रेगिस्तान में दूरबीन से कुछ ढूंढ रहे हैं, और कैप्शन में लिखा है, पाकिस्तानी किसान 2025 में अपनी फसल की सिंचाई के लिए पानी का इंतजार करते हुए।
खजूर तो फिर भी मिल जाएंगे, पानी कहां से लाएंगे?
एक यूजर ने लिखा, अगर भारत ने पानी बंद कर दिया तो रमजान में रोजा कैसे खोलेंगे? खजूर तो फिर भी मिल जाएंगे, पानी कहां से लाएंगे? एक अन्य मजाकिया पोस्ट में कहा गया है, ब्रेकिंग न्यूज़ पाकिस्तान ने पानी बचाने के लिए सभी नागरिकों को हफ्ते में दो बार नहाना अनिवार्य किया। उनका मानना है कि अगर भारत वास्तव में सिंधु जल संधि को लेकर कोई कठोर कदम उठाता है, तो पाकिस्तान एक अभूतपूर्व जल संकट का सामना कर सकता है, जिसके कृषि, उद्योग और आम जनजीवन पर विनाशकारी परिणाम होंगे।
सिर्फ मीम्स बनाने से कुछ नहीं होगा
एक चिंतित यूजर ने लिखा, हमारी हुकूमत ने दशकों तक सिर्फ बातें कीं, कोई बड़ा डैम नहीं बनाया। अब जब भारत धमकी दे रहा है, तो हमें अपनी गलतियों का एहसास हो रहा है। एक अन्य पोस्ट में कहा गया, सिर्फ मीम्स बनाने से कुछ नहीं होगा, हमें एक राष्ट्रीय जल नीति की जरूरत है और उसे गंभीरता से लागू करने की जरूरत है। कुछ मीम्स में पाकिस्तान की आतंकवाद से जुड़ी नीतियों पर भी अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष किया जा रहा है। पहलगाम हमले के संदर्भ में, कुछ यूजर्स ने ऐसे मीम्स शेयर किए हैं जो आतंकवाद को बढ़ावा देने और उसके संभावित प्रतिशोध के बीच संबंध स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। एक वायरल मीम में एक नल को धीरे-धीरे सूखते हुए दिखाया गया है, जिसके कैप्शन में लिखा है, “यह है आतंकवाद को पालने की कीमत।
इसलिए महत्वपूर्ण है संधि
गौरतलब है कि 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से हुई सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच जल बंटवारे को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता है। इस संधि के तहत, पश्चिमी नदियां सिंधु, झेलम और चिनाब का अधिकांश पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया है, जबकि पूर्वी नदियां रावी, ब्यास और सतलुज का पानी मुख्य रूप से भारत के लिए है। पहलगाम हमले के बाद कई भारतीय विशेषज्ञों और राजनीतिक हस्तियों ने इस संधि पर पुनर्विचार करने की मांग की है, जिसे पाकिस्तान में गहरी चिंता के साथ देखा जा रहा है।
पाकिस्तान में एक बेचैनी का माहौल
भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को रद्द करने जैसा कोई आधिकारिक कदम नहीं उठाया है। हालांकि, पुनर्विचार की चर्चा ने पाकिस्तान में एक बेचैनी का माहौल पैदा कर दिया है, जो सोशल मीडिया पर मीम्स के रूप में सामने आ रहा है। यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या रुख रहता है और क्या पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर मीम्स का यह सिलसिला जारी रहता है।