आम आदमी पार्टी ने इस बार एमसीडी के मेयन चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी ने पहले भी एमसीडी का चुनाव रुकवा दिया था। परिसीमन के दौरान वार्डों को इधर-उधर किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिसीमन के दौरान जबरदस्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार किया गया। इसके बावजूद बीजेपी चुनाव हारी और आप की सरकार बनी। सौरभ भारद्वाद का कहना है कि इसके बाद भी एमसीडी की बैठकों में बीजेपी पार्षदों द्वारा खूब तमाशा किया गया। इसलिए हमने फैसला लिया है कि इस बार मेयर चुनाव में हम अपना उम्मीदवार नहीं उतारेंगे।
बिना किसी बहाने के दिल्ली पर शासन करना चाहिए
AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमने फैसला किया है कि हम इस बार मेयर के चुनाव में आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। भाजपा को अपना मेयर चुनना चाहिए, भाजपा को अपनी स्थायी समिति बनानी चाहिए और बिना किसी बहाने के दिल्ली पर शासन करना चाहिए।
क्या हार से उपजी हताशा?
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 48 सीटें जीती हैं और बहुमत के साथ सरकार बनाई है। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) ने महज 22 सीटें जीतीं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) को कोई सीट नहीं मिली। इस हार के बाद आप हताश है। उसके बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, सौरभ भारद्वाज, मनीष सिसोदिया और सोमनाथ भारती भी चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में आप दिल्ली में फिर से खड़ा होने का प्रयास कर रही है। पार्टी भाजपा की खामियां बता रही है तो भाजपा उसके किए गए भ्रष्टाचार याद दिला रही है।