दिल्ली के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्राचार्य ने छात्रों के कमरे को ठंडा रखने के लिए कक्षा में गोबर की लिपाई करवाई थी। अब छात्र नेता एवं डीयूएसयू अध्यक्ष रौनक खत्री ने मैडम के ऑफिस में गोबर ले जाकर दीवार पर लीप दिया और कहा कि अब एसी निकाल फेंकिए और गोबर की ठंडक लीजिए। इस दौरान मैडम एक्सक्यूज देती नजर आईं कि नहीं ऐसा नहीं हो सकता, लेकिन छात्रों ने दीवार पर गोबर लीप दिया। इसके साथ ही उनके आलीशन बाथरूम में भी गोबर थोप दिया। इस
क्लासरूम को ठंडा करने का था आइडिया
लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. प्रत्युष वत्सला ने कॉलेज टीचर्स के एक ग्रुप में वीडियो शेयर करते हुए दावा किया था कि सी ब्लॉक में गर्मी की शिकायत के लिए देसी उपाय किया है। यहां जिन छात्रों की क्लासेज हैं, उन्हें जल्द ही अपने कमरे एक नए कलेवर में मिलेंगे, ताकि उनकी पढ़ाई का अनुभव सुखद हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रयास चल रहा है। लक्ष्मीबाई कॉलेज में पांच ब्लॉक हैं जिनमें सी ब्लॉक की इमारत पुरानी है। नीचे कैंटीन है और ऊपर क्लासरूम्स हैं। गर्मी को दूर करने के लिए वैज्ञानिक उपाय किए गए हैं।
खुद एसी में बैठीं, दूसरों को ज्ञान दे रहीं
कई टीचर्स, स्टूडेंट्स और स्टाफ ने प्राचार्य के इस नुस्खे पर हैरानी जताई है। टीचर्स का कहना है कि क्लॉस में एसी तो दूर की बात है, कूलर भी नहीं हैं। पंखे से ही काम चलता है, वो भी कम हैं। कॉलेज के वॉशरूम्स की सफाई हो या फिर क्लासों में पंखे, ये मूलभूत जरूरतें स्टूडेंट्स को चाहिए। सी ब्लॉक में गर्मी ज्यादा लगती है और क्लासरूम भी बड़े हैं। इसके लिए बड़े-बड़े कूलर लगने चाहिए। कई क्लासरूम में पर्याप्त पंखे भी नहीं हैं। एक स्टूडेंट कहती हैं कि गोबर मिट्टी के घरों में काम करता है, न कि शहर की ईंट-कंक्रीट की इमारतों में। बहरहाल प्राचार्य के खुद के कमरे में एसी है, लेकिन वे दूसरों को गोबर लीपने का ज्ञान दे रही हैं।