पाकिस्तान भले ही कंगाल हो लेकिन गधों के मामलों में वह आबाद है। इससे पहले भी पाकिस्तान इन्हीं गधों को बेचकर कमाई करता रहा है। इन गधों का सबसे बड़ा खरीददार भी चीन ही है। ऐसे में दुनिया की दूसरी महाशक्ति चीन की नजर पाकिस्तान के गधों पर है। यही वजह है कि चीन ने पाकिस्तान में गधों के फार्म यानि डंकी फार्म खोलने में दिलचस्पी दिखाई है। सूत्रों का कहना है कि इस्लामाबाद में चीन के डेलीगेशन ने इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार में मंत्री राणा तनवीर हुसैन के साथ बैठक की है। चीन चाहता है कि पाकिस्तान में गधों के फार्म बनाए जाएं क्योंकि वहां का माहौल गधों के लिए अच्छा है। पाकिस्तान सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि वह कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद चीनियों को डंकी फार्म खोलने की इजाजत दे देगी। यहां चीनी कंपनी गधे पालेगी और उनका मांस और खाल निर्यात करेगी। माना जा रहा है कि इससे पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापार बढ़ेगा और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
गधों के जरिए कमाई की मंशा
चीन की कंपनियां ग्वादर एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग जोन में अपना डंकी फार्म बना सकती हैं और इससे उसे वहां पर गधों को काटने और उनका मांस बाहर भेजने में आसानी होगी। पाकिस्तान से गधों का मांस चीन को ग्वादर पोर्ट के जरिए चीन और विदेश भेजा जाएगा। इससे पाकिस्तान का निर्यात बढ़ेगा और चीन के साथ व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे। चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच पिछले साल अक्टूबर में इस मुद्दे पर मीटिंग हुई थी। मीटिंग में गधों के मांस को चीन भेजने के लिए प्रोटोकॉल तय करने पर सहमति बन गई थी। गधों का इस्तेमाल चीन के दुर्गम इलाकों में भी किया जाता है। यही वजह है कि चीन हर साल बड़ी संख्या में गधों को पाकिस्तान से खरीदता है और इसे बदले पाकिस्तान की कमाई हो जाती है।