उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी को दूसरी बार आज फिर नमूना कहा है। उनके इस बयान पर राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस नेता इसे योगी का बड़बोलापन बता रहे हैं तो विपक्ष के नेता भी इस बयान के पक्ष में नहीं हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को नमूना कहने पर कहा कि सबसे बड़े नमूने तो खुद योगी आदित्यनाथ हैं। उन्होंने जनता के बीच केवल हिंदू-मुसलमान किया है। ये केवल बाबर, औरंगजेब और संभल की बात करते हैं। राहुल गांधी और कांग्रेस ने लोगों का भविष्य बेहतर बनाया है। उन्होंने लोगों को आगे बढ़ाया है। राहुल गांधी इस देश के सबसे मजबूत और विद्वान नेता हैं।
अपशब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को नमूना कहने पर कहा कि मैं इसकी घोर निंदा करता हूं। किसी नेता के लिए ऐसे अपशब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए और इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहने को तो मैं भी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और किसी नेता के लिए कुछ कह सकता हूं लेकिन संसदीय भाषा लोकतंत्र की शक्ति है।
दर्शन बहुत संकुचित और संकीर्ण
आरजेडी सांसद मनोज झा ने राहुल गांधी को नमूना’ कहने पर कहा कि उनका दर्शन बहुत संकुचित और संकीर्ण है। संविधान, संविधान के मर्म से उन्हें कोई मतलब नहीं है। झा ने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है कि ऐसे लोग ओहदेदार बनकर बैठे हैं।
ध्यान भटकाने वाली ही बात करेंगे
सपा सांसद डिंपल यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार पर कहा कि अगर हम पिछले 8 सालों में उत्तर प्रदेश का विकास देखेंगे तो हम समझ जाएंगे कि प्रदेश की क्या हालत है। आज लगातार उत्पीडऩ और बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं। आज इस सब पर ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, जिससे हालातों में सुधार किया जा सके। ये सिर्फ ध्यान भटकाने वाली ही बात करेंगे। लाखों-करोड़ों रुपए के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होते हैं लेकिन धरातल पर नहीं उतरते।