बलूचिस्तान के नोशकी में बलूच लिबरेशन आर्मी यानि बीएलए ने एक और बड़ा हमला करते हुए पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया है। बीएलए का दावा है कि उसके मजीद ब्रिगेड और फतेह स्क्वाड ने मिलकर हमले को अंजाम दिया, जिसमें 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना ने हमले में 7 सैनिकों की मौत का दावा किया है। बीएलए ने इस हमले का पहला वीडियो जारी किया है जिसमें पाक सेना की गाडिय़ां उड़ती हुई देखी जा सकती हैं। हमले के बाद पाक सेना की बसें आग का गोला बन गई और सैनिक जान बचाने को भागने लगे। इस बीच पाक सैनिकों में बीएलए का ऐसा खौफ है कि जवान नौकरियां छोडक़र विदेश भाग रहे हैं। अब तक 2500 सैनिक नौकरी छोड़ चुके हैं।
विस्फोट के बाद की फायरिंग
बीएलए ने बताया कि नोशकी में 8 बसों और 2 गाडिय़ों वाले सैन्य काफिले पर उसने हमला किया था। एक बस को आईईडी से भरे वाहन से उड़ा दिया गया। विस्फोट के बाद फतेह स्क्वाड ने काफिले को घेर लिया और सैनिकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बीएलए का कहना है कि मजीद ब्रिगेड और फतेह स्क्वाड के लड़ाकों ने 90 पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला। वहीं पाक सेना ने कहा कि हमले में 7 सैनिक मारे गए हैं और 21 घायल हुए हैं।
एक हफ्ते में ही 2,500 सैनिकों ने नौकरी छोड़ी
पाकिस्तान में सेना और सुरक्षाबलों को हालिया समय में लगातार हमलों का निशाना बनाया गया है। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में पाक सेना पर भीषण हमले हुए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं। विद्रोही गुट बीएलए के इन हमलों के बीच बड़ी संख्या में पाक फौजी सेना की नौकरी छोड़ रहे हैं। काबुल फ्रंटलाइन ने दावा किया है कि एक हफ्ते में ही करीब 2,500 सैनिकों ने सेना छोड़ दी है। पाकिस्तान की सेना में बढ़ती असुरक्षा, लगातार हो रही जवानों की मौतें और पाकिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को मुख्य वजह बताया जा रहा है। पाक सेना को छोडऩे वाले ज्यादातर सैनिक सऊदी अरब, कतर, कुवैत और यूएई में काम करने चले गए हैं। वे विदेश जाकर आर्थिक सुरक्षा को चुन रहे हैं।