प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बारिश थमने के साथ ही प्रशासन और राज्य सरकार निर्माण कार्यों में जुट चुकी है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज में 30 पीपा पुल बनाए जाएंगे। इससे छिवकी और नैनी रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले श्रद्धालुओं को मेले तक पहुंचने के लिए कम दूरी तय करनी पड़ेगी। लोक निर्माण विभाग गंगा नदी के दोनों किनारों पर मिट्टी-बालू डालकर सडक़ बनाएगा और उसके ऊपर लोहे की प्लेट बिछाई जाएगी। इससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। प्रयागराज महाकुंभ में इस बार श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा की सुविधा प्रदान करने की योजना।
पानी कम होते ही शुरू हो जाएगा निर्माण
लोक निर्माण विभाग की ओर से महाकुंभ में पीपा पुल का निर्माण किया जाएगा। चंूकि इस समय गंगा में बाढ़ है और इसके उतरते ही पीपा पुल का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। 15 पीपा पुल संगम के इस पार और 15 पीपा पुल संगम के उस पार बनाने की योजना है। इससे मिर्जापुर, मध्य प्रदेश व बिहार से आने वाले श्रद्धालु छिवकी व नैनी रेलवे स्टेशन पर उतरकर थोड़ी दूर चलकर पीपा पुल से होकर गंगा के उस पार संगम तक पहुंच सकेंगे। वहीं पीपा पुल न होने से श्रद्धालुओं को मेले में जाने के लिए 10 से 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। लेकिन पीपा पुल के बनने के बाद श्रद्धालु आसानी से कुछ ही दूरी तय करके पुल के माध्यम से मेले में पहुंच जाएंगे। वहीं लोक निर्माण विभाग की ओर से गंगा के दोनों ओर मिट्टी व बालू डालकर पहले सडक़ बनाई जाएगी। उसके ऊपर लोहे की प्लेट बिछाई जाएगी, ताकि वह जंप न करें और श्रद्धालुओं को आने-जाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।