संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने हरियाणा फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पानीपत डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के सहयोग से हरियाणा राज्य में पानीपत के अटा गाँव में ‘वननेस वन’ परियोजना का शुभारंभ किया। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन के स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक 25 हजार के करीब पौधों को रोपित किया। अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाते हुए तीन से पाँच वर्षों तक इन वृक्षों की देखभाल हेतु संकल्प भी लिया ताकि इनका स्वरूप ‘लघुवन’ की भांति प्रफुल्लित हो सके।
मुख्यमंत्री नायब सिंह ने भी लगाए थे पौधे
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह ‘वननेस वन’ परियोजना में उपस्थित रहे और स्वयं पौधे भी लगाए। उन्होंने मिशन के इस कल्याणकारी कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि संत निरंकारी मिशन सन 1929 में स्थापित हुआ जिसका मूल दर्शन मानवता की नि:स्वार्थ सेवा करना है जिसके अंतर्गत सेवा के विभिन्न आयाम स्वास्थ्य, रक्तदान एवं नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं आदि सम्मिलित हैं। इस नि:स्वार्थ सेवा के अंतर्गत एक अन्य पवित्र कार्य प्रकृति की रक्षा करना भी शामिल है। वातावरण जिस प्रकार से दूषित हो रहा है, उसके दुष्परिणाम हम सभी के समक्ष हैं। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह के दिए गए संदेश प्रदूषण अन्दर हो या बाहर दोनों ही हानिकारक हैं, इस तथ्य को लेते हुए निरंकारी मिशन के सेवादार इन परियोजनाओं में निरंतर कार्यरत हैं।
600 से अधिक स्थानों पर भी आयोजन
संत निरंकारी मिशन के सचिव जोगिन्दर सुखीजा ने बताया कि यह परियोजना हरियाणा के अतिरिक्त संपूर्ण भारतवर्ष के लगभग 600 से अधिक स्थानों पर भी आयोजित की गई है। उल्लेखनीय है कि आज जहां पृथ्वी ग्लोबल वॉर्मिंग की समस्या से जूझ रही है। ऐसे समय में वृक्षारोपण का महत्व ओर अधिक बढ़ गया है जिसमें निरंकारी मिशन पर्यावरण संरक्षण हेतु अनेक योजनाओं व कार्यों को कर अपनी भूमिका को निभाते हुए समाज कल्याण की दिशा में एक सार्थक कदम बढ़ा रहा है।