अमेरिका जल्द ही दो और विमानों से गैरकानूनी तरीके से रह रहे भारतीय प्रवासियों को वापस भेजेगा। ये विशेष उड़ानें पंजाब के अमृतसर में उतर सकती हैं। विदेश मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन ब्यूरो को लिखित संदेश भेजा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समक्ष इस मुद्दे को उठाया है और कहा कि हम अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार हैं। वहीं सीएम भगवंत मान ने सवाल पूछा है कि क्या यही तोहफा ट्रंप ने भारत के लिए भेजा है।
आज 119 भारतीय को लेकर आएगा विमान
अमेरिका का विमान 119 भारतीय निर्वासितों को लेकर 15 फरवरी रात करीब 10.05 बजे अमृतसर पहुंचेगा। दूसरी उड़ान 16 फरवरी की रात को अमृतसर में ही उतरेगी। पहली उड़ान में 119 भारतीय प्रवासियों में से 67 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, 3 उत्तर प्रदेश से, दो-दो गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से होंगे। दरअसल पांच फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर 104 आप्रवासी भारतीय उतरे थे। उन्हें हथकड़ी और बेडिय़ां बांधकर लाने पर भारत में बवाल हुआ था।
डिपोर्ट के मुद्दे पर पीएम मोदी ने यह कहा?
अमेरिका में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की साझा प्रेस वार्ता में इस मुद्दे पर पत्रकारों से सवाल पूछा। पीएम मोदी ने इसे मानव तस्करी करार दिया और इकोसिस्टम को समाप्त करने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं, भारत उन्हें वापस लेने के लिए तैयार है। ये बहुत ही साधारण परिवारों के बच्चे हैं और उन्हें बड़े सपनों और वादों का लालच दिया जाता है।
मान ने पूछा-अमृतसर को किस आधार पर चुना
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अप्रवासी भारतीय नागरिकों को लेकर एक दूसरा विमान अमृतसर में उतरेगा। विदेश मंत्रालय को बताना चाहिए कि विमान उतारने के लिए अमृतसर को किस मानदंड के आधार पर चुना गया। मान ने कहा कि पंजाब को बदनाम करने के लिए अमृतसर का चयन करते हैं। जिस समय पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप मिल रहे थे, हमारे लोगों पर बेडिय़ां डाल रहे होंगे। क्या ट्रंप ने यही तोहफा दिया है?