पाकिस्तान के रेल मंत्री मोहम्मद हनीफ़ अब्बासी ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा है कि उनके देश के पास मौजूद 130 परमाणु हथियार चौकों में सजाने के लिए नहीं हैं। उन्होंने यह धमकी ऐसे समय में दी है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, खासकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद। अब्बासी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय राष्ट्र है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार किसी प्रदर्शनी की वस्तु नहीं हैं, बल्कि जरूरत पडऩे पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं। उनके इस बयान को भारत में कड़ी प्रतिक्रिया मिल सकती है, जहां पहले से ही सीमा पार आतंकवाद को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अब्बासी का यह बयान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
भारत के पास लगभग 160 हथियार
पाकिस्तान के पास अनुमानित तौर पर 130 से 140 परमाणु हथियार हैं, जबकि भारत के पास लगभग 160 हथियार हैं। दोनों देशों के बीच कई बार तनावपूर्ण स्थितियां बनी हैं, लेकिन परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की सीधी धमकी इस तरह सार्वजनिक रूप से पहले कम ही दी गई है। अब्बासी के इस बयान को पाकिस्तान सरकार का आधिकारिक रुख माना जाए या नहीं, इस पर अभी स्पष्टता आनी बाकी है। हालांकि एक जिम्मेदार मंत्री द्वारा इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी निश्चित रूप से दोनों देशों के बीच अविश्वास को और गहरा करेगी। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी इस बयान पर नजर रखेगा, क्योंकि दक्षिण एशिया दो परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच किसी भी तरह का टकराव वैश्विक शांति के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। फिलहाल, इस बयान के बाद क्षेत्र में क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।