दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। साल 2025 के अंतिम दिन (31 दिसंबर) राजधानी और उसके आसपास के इलाके कोहरे की घनी चादर में लिपटे नजर आए। मौसम विभाग (IMD) के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, नए साल का स्वागत न केवल हाड़ कंपाने वाली ठंड बल्कि बारिश के साथ होने की संभावना है।
कोहरे का कहर और यातायात पर असर
बुधवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में दृश्यता (Visibility) घटकर 50 मीटर से भी कम रह गई। इस घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर यातायात पर पड़ा है:
- हवाई सेवाएं: दिल्ली एयरपोर्ट पर कई उड़ानों में देरी हुई है और कुछ को डायवर्ट करना पड़ा है।
- रेलवे: कोहरे के कारण उत्तर भारत की ओर आने वाली दर्जनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे की देरी से चल रही हैं।
- सड़क यातायात: एक्सप्रेसवे और हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई है, जिससे ऑफिस जाने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नए साल पर बारिश की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से:
- 1 जनवरी 2026 को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
- बारिश के बाद हवा में नमी बढ़ने से ठिठुरन और ज्यादा बढ़ेगी।
- पहाड़ी राज्यों (हिमाचल और उत्तराखंड) में बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में बर्फीली हवाएं चलेंगी, जिससे न्यूनतम तापमान 6°C से 8°C तक गिर सकता है।
प्रदूषण ने बढ़ाई मुश्किल (AQI Alert)
ठंड और कोहरे के साथ-साथ दिल्ली की हवा भी ‘जहरीली’ बनी हुई है। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) कई स्थानों पर 400 के पार यानी ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। कोहरे और धुएं के मेल (Smog) के कारण लोगों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन की शिकायत हो रही है।
IMD की सलाह: अगले 48 घंटों तक बुजुर्गों और बच्चों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही वाहन चलाते समय फॉग लाइट का प्रयोग करने और गति धीमी रखने का निर्देश दिया गया है।


