‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान की करारी हार ने चीन को सदमे में डाल दिया है। भारतीय सेना के अप्रत्याशित पराक्रम और रणनीति के सामने पाकिस्तान के तमाम दांव फेल हो गए, जिसने बीजिंग को अपनी क्षेत्रीय योजनाओं पर पुनर्विचार करने पर मजबूर कर दिया है। सूत्रों के अनुसार इस झटके के बाद, चीन अब भारत का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान को अपना सबसे उन्नत और घातक हमलावर हेलीकॉप्टर Z-10ME (जिसे पहले Z-10e के नाम से जाना जाता था) देने की तैयारी कर रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर का विवरण अभी पूरी तरह से सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि यह भारत की एक बड़ी सैन्य सफलता थी जिसने पाकिस्तान की रक्षा क्षमताओं को गंभीर रूप से कमजोर कर दिया है। इस अभियान में भारतीय वायुसेना और थल सेना के समन्वित प्रयासों ने चीन को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि उसकी पाकिस्तान पर निर्भरता अब उतनी कारगर नहीं रही जितनी पहले थी। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि Z-10ME का पाकिस्तान को हस्तांतरण चीन की हताशा का प्रतीक है। यह हेलीकॉप्टर, जिसे चीनी सेना के लिए डिज़ाइन किया गया है, उन्नत एवियोनिक्स, नाइट विजन क्षमताओं और शक्तिशाली एंटी-टैंक मिसाइलों से लैस है। चीन को उम्मीद है कि यह हेलीकॉप्टर पाकिस्तान को भारत के खिलाफ एक नई मारक क्षमता प्रदान करेगा। हालांकि, भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान इस कदम को गंभीरता से ले रहा है। भारतीय सेना के पास पहले से ही AH-64 अपाचे जैसे विश्व स्तरीय हमलावर हेलीकॉप्टर मौजूद हैं, और भारत अपनी वायु रक्षा प्रणालियों को लगातार मजबूत कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि Z-10ME के आने से भले ही चुनौती बढ़ेगी, लेकिन भारत इसका सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह देखना दिलचस्प होगा कि चीन का यह नया पैंतरा क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को कैसे प्रभावित करता है।