भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और मैदानी इलाकों में चलने वाली बर्फीली हवाओं के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
प्रमुख अपडेट: उत्तर भारत में ठंड का सितम
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। नए साल के आगमन तक उत्तर भारत के अधिकांश हिस्से घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में रहेंगे।
मैदानी इलाकों में कोहरे का ‘रेड अलर्ट’
- यूपी, पंजाब और हरियाणा: इन राज्यों में ‘अत्यधिक घना कोहरा’ (Very Dense Fog) छाए रहने की संभावना है। दृश्यता (Visibility) शून्य से 50 मीटर तक गिर सकती है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात पर बुरा असर पड़ेगा।
- दिल्ली-NCR: राजधानी में न्यूनतम तापमान 6°C से 7°C के बीच रहने का अनुमान है। कोहरे के साथ-साथ प्रदूषण (AQI) का स्तर भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बना हुआ है।
- राजस्थान और बिहार: उत्तरी राजस्थान में 27 दिसंबर को शीतलहर (Cold Wave) का प्रकोप रहेगा, जबकि बिहार में 30 दिसंबर तक भीषण ठंड की स्थिति बनी रहेगी।
पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश
पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण हिमालयी क्षेत्रों में मौसम बदल गया है:
- जम्मू-कश्मीर और हिमाचल: ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला गया है।
- उत्तराखंड: राज्य के पहाड़ी जिलों में बर्फबारी और निचले इलाकों में हल्की बारिश की चेतावनी दी गई है। 28 दिसंबर तक यहां ठंड का कहर जारी रहेगा।
यातायात और जनजीवन पर प्रभाव
घने कोहरे के कारण लंबी दूरी की कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी फ्लाइट और ट्रेन का स्टेटस जरूर चेक कर लें।
कड़ाके की ठंड को देखते हुए उत्तर प्रदेश और दिल्ली-NCR के कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है या समय में बदलाव किया गया है।
नए साल तक राहत नहीं
IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 31 दिसंबर और 1 जनवरी 2026 तक उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में घना कोहरा बना रहेगा। 1 जनवरी के बाद ही तापमान में मामूली बढ़ोतरी की संभावना है। तब तक उत्तर भारत के लोगों को ठिठुरन भरी ठंड का सामना करना पड़ेगा।


