लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के चयन पर आपत्ति जताई है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स एकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अगले चुनाव आयुक्त का चयन करने वाली समिति की बैठक के दौरान मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक असहमति पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें कहा गया था कि कार्यकारी हस्तक्षेप से मुक्त एक स्वतंत्र चुनाव आयोग का सबसे बुनियादी पहलू चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनने की प्रक्रिया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करके और भारत के मुख्य न्यायाधीश को समिति से हटाकर मोदी सरकार ने हमारी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता पर करोड़ों मतदाताओं की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।
सुनवाई होनी में 48 घंटे से भी कम समय बचा
राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं बाबासाहेब अंबेडकर और हमारे राष्ट्र के संस्थापक नेताओं के आदर्शों को कायम रखूं और सरकार को जवाबदेह ठहराऊं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा नए मुख्य चुनाव आयुक्त का चयन करने का आधी रात को निर्णय लेना अपमानजनक और अशिष्टतापूर्ण है। समिति की संरचना और प्रक्रिया को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी जा रही है और इस पर 48 घंटे से भी कम समय में सुनवाई होनी है।
ज्ञानेश कुमार बनाए गए हैं भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त
ज्ञानेश कुमार को 19 फरवरी 2025 से भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वे राजीव कुमार का स्थान लेंगे, जो रिटायर हो गए हैं। उन्हें राष्ट्रपति उनके पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।


