सऊदी अरब में हर साल हज के लिए दुनियाभर से मुसलमान जाते हैं और यहां बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना करते हैं। हालांकि इस बार ऐसा नहीं हुआ और यहां की भीषण गर्मी ने कहर बरपाया है। यहां की भीषण गर्मी हाजियों की कब्रगाह बन रही है। हज करने गए 98 भारतीयाों की मौत हो चुकी है। वहीं मौत का आंकड़ा अब 1000 के पार हो गया है। इन मौतों के पीछे का कारण यहां के खराब इंतजाम, भीषण गर्मी का मौसम और बड़ी तादाद में पहुंचे हाजियों की भीड़ है। सऊदी अरब में सोशल मीडिया पर सैकड़ों तस्वीरें और वीडियो शेयर हुए हैं, जिनमें हाजी सडक़ के किनारे या तो बेहोश पड़े हैं या मृत हो चुके हैं। हालात यह हैं कि यहां-वहां लाशें बिखरी पड़ी हैं।
52 के करीब पहुंचा तापमान
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज के दौरान अधिकतम तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। भीषण गर्मी के बीच आश्रय स्थल और पानी की कमी ने 1 हजार से ज्यादा हाजियों की जान ले ली। स्थिति यह है कि सऊदी अरब ने अभी तक मौतों के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं। मरने वालों में भारत, ईरान, ईराक, मिस्र, इंडोनेशिया, जॉर्डन समेत अन्य देशों के हाजी शामिल हैं। ऐसा नहीं है कि सऊदी अरब ने कुछ उपाय नहीं किए हैं, लेकिन ये सब नाकाफी साबित हो रहे हैं। जो लोग मक्का पहुंचे थे, उनमें से कई लापता हैं। कई हाजी भी बिना पंजीयन के मक्का पहुंचे हैं, जिसके कारण यह स्थिति बनी है।