उप्र के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की जेल में मौत के बाद परिजन आरोप लगा रहे थे कि उसे जेल में जहर दिया गया था। इस मामले में राजनीति भी खूब हुई। अब मुख्तार की विसरा जांच रिपोर्ट आ गई है, जो न्यायिक टीम को सौंप दी गई है। जांच टीम अब रिपोर्ट बनाकर शासन के उच्च अधिकारियों को सौंपेगी। इससे पहले मुख्तार की पीएम रिपोर्ट भी आई थी जिसमें उसकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई थी। इसके बाद उनकी विसरा जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था। विसरा जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि उसे जहर नहीं दिया गया था। बांदा जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को तबीयत बिगड़ी थी और उसे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। समाजवादी पार्टी ने भी उसे जहर देने का आरोप लगाया था।
60 से ज्यादा केस थे दर्ज
मुख्तार अंसारी के खिलाफ उप्र में 60 से ज्यादा केस दर्ज थे। इसमें हत्या, हत्या के प्रयास, आम्र्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, अपहरण, गुंडा एक्ट और धोखाधड़ी के मामले भी शाामिल हैं। मुख्तार को 8 मामलों में सजा हो चुकी थी। मौत के बाद उसके शरीर से आंत, दिल, किडनी, लीवर आदि अंगों के सैंपल लिए गए थे, जिसे विसरा जांच के लिए भेजा गया था। विसरा जांच में यह पता लगाया कि उसकी मौत कैसे हुई। अब यह जांच रिपोर्ट न्यायालय में सबूत के तौर पर पेश की जाएगी।