अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने के बाद अब मुस्लिम बहुल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हिंदू मंदिर बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी में बन रहे मंदिर का 18 फरवरी को उद्घाटन करेंगे। यह पहली बार है जब किसी मुस्लिम देश में इतना भव्य मंदिर बना है। यह मंदिर एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर की लागत 700 करोड़ रुपए है। इसे बीएपीएस संस्था ने 27 एकड़ में बनाया है। खास बात यह है कि यह जमीन यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने दान में दी है। जब पीएम मोदी 2015 में यूएई गए थे, तब इस मंदिर की अनुमति मिली थी।
राजस्थान के बलुआ पत्थर से बना है मंदिर
मंदिर के बाहरी हिस्से को राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया है। मंदिर के अंदर सफेद संगमरमर लगाया है, जिसे भारतीय कारीगरों ने तैयार किया है। रेगिस्तान में बने मंदिर में गर्मी के कारण गुलाबी पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर के लिए उत्तरी राजस्थान से गुलाबी पत्थर पहुंचाए गए हैं। इसके अलावा इटालियर संगमरमर का प्रयोग भी किया गया है।
यह है मंदिर में
मंदिर में 7 शिखर हैं। हर शिखर पर बनी नक्काशी में रामायम, महाभारत, स्वामी नारायण, वेंकटेश्वर, अयप्पा, शिवपुराण की कहानियों को दर्शाया गया है। मंदिर में 96 घंटियां लगाई गई हैं। मंदिर के अंदर पत्थरों में रामायण, महाभारत के साथ हिंदू धर्मग्रंथों और पौराणिक कथाओं का वर्णन किया गया है। मंदिर में काशी और अयोध्या की झलक भी दिखाई देगी। राम जन्म, सीता स्वयंवर, राम वन गमन, लंका दहन, राम-रावण युद्ध, भरत मिलाप के प्रसंग भी नक्काशी के जरिए उकेरे गए हैं। मंदिर में राम परिवार, कृष्ण परिवार और अयप्पा की मूर्ति स्थापित होंगी। स्वामी नारायण के विग्रह की भी प्राण प्रतिष्ठा होगी।