टोल टैक्स में बढ़ोत्तरी से आम लोगों में गुस्सा है। चुनाव के नतीजे से पहले दरों में 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में लोग बढ़ी हुई कीमतें चुकानें के लिए मजबूर हैं। लेकिन अब कुछ राहत मिल सकती है। सरकार जल्द ही टोल टैक्स नाकों और फास्टैग को खत्म करने की तैयारी कर रही है। अब ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम यानि कि जीएनएसएस को लागू करने की योजना है। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दो साल के अंदर इस सिस्टम को लागू कर दिया जाएगा। इससे न तो टोल प्लाजा रहेंगे और न ही फास्टैग की जरूरत पड़ेगी। अभी तक लोगों कुछ ही दूरी पर जाने के लिए पूरा टैक्स देना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जितनी दूरी तय करेंगे, उस हिसाब से टैक्स कट जाएगा। इस टेक्नोलॉजी से जाम से भी छुटकारा मिलेगा।
ऐसे काम करेगा सिस्टम
सडक़ एवं परिवहन मंत्रालय ने जीएनएसएस बेस्ड टोल कलेक्शन के लिए कंपनियों से आवेदन मंगाए हैं। इस नए सिस्टम में हर टोल प्लाजा पर दो या उससे अधिक जीएनएसएस लेन होगी। अग्रिम रीडर के माध्मय से स्कैन होगा और जिन वाहनों में जीएनएसएस सिस्टम नहीं है, उनसे एक्स्ट्रा चार्ज वसूला जाएगा। इस सिस्टम को 3 माह में 2000 किमी, 9 माह में 10,000, 15 माह में 25000 और फिर 50000 किमी तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।