आबादी को लेकर पीएम आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट आई है जिसमें आजादी के बाद मुसलमानों की आबादी बढऩे का जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक 65 सालों में भारत में 43 फीसदी मुसलमानों की आबादी बढ़ी, जबकि 7.82 हिंदू प्रतिशत घट गए। अब इस पर सियासत होने लगी है। भाजपा ने इस पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस है जिम्मेदार : गिरिराज सिंह
आबादी को लेकर पीएम आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज हिंदुओं की आबादी सरकारी आकड़ों के मुताबिक 79 प्रतिशत है लेकिन अप्रत्यक्ष 70 प्रतिशत पर आ गया है। मुसलमानों की आबादी 8 प्रतिशत से बढक़र 14-15 प्रतिशत पर पहुंच गई और गैर सरकारी आंकड़े 20 प्रतिशत से अधिक है। गिरिराज ने कहा कि इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। बिहार में आरजेडी और कम्युनिस्ट भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। इन्होंने वोट बैंक की राजनीति की, जबकि ये भारत के लोकतंत्र के लिए खतरा है। पाकिस्तान में हम 22 प्रतिशत थे, जो कि घटकर 1 प्रतिशत से नीचे चले गए।
तुष्टीकरण की राजनीति जिम्मेदार : आरपी सिंह
भाजपा नेता आरपी सिंह ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि आजादी के बाद मुसलमानों की आबादी बढ़ी है और हिंदुओं की आबादी कम हुई है। मूल बात ये है कि ऐसा हुआ कैसे? एक पार्टी जो निरंतर सत्ता पर काबिज रही उसने तुष्टीकरण की राजनीति की वजह से इस प्रकार की मानसिकता और प्रायोजन को बल दिया। उन्होंने कहा कि आज उन्हें भी उत्तर देना है क्योंकि आज वे कह रहे हैं कि जितनी जिसकी संख्या है, उसके उतने संसाधन होंगे।