वो कहते हैं ना कि जब आपका बल्ला शांत हो और आपका बुरा दौर चल रहा हो तो आपको बातें बड़ी नहीं करनी चाहिए सिर्फ अपने काम पर फोकस रखना चाहिए। लेकिन शायद अजिंक्य रहाणे यह भूल गए हैं कि क्रिकेट कभी भी बातों से नहीं खेली जाती है। क्रिकेट हमेशा मैदान पर गेंद और बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन करके खेली जाती है।
हाल ही में भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने यह बयान दिया था कि उनका मुख्य उद्देश्य रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम को जीत दिलाना है और भारत के लिए 100 मैच खेलना है। लेकिन अजिंक्य रहाणे के हालिया फॉर्म को देखकर ऐसा लग रह उनका भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने का सपना अधूरा ही रह जाएगा।
रणजी ट्रॉफी के दो मुकाबले में लगातार दो बार गोल्डन डक पर आउट हुए अजिंक्य रहाणे
भारतीय टीम से बाहर चल रहे बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को यह उम्मीद रही होगी कि वह रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करेंगे और इंग्लैंड के खिलाफ जो अगले तीन टेस्ट माचो के लिए टीम का चयन होना हैं उसमें शायद अजिंक्य रहाणे की वापसी हो जाए। लेकिन अजिंक्य रहाणे रणजी ट्रॉफी में लगातार दो बार गोल्डन डक पर आउट हो गए हैं। और अब उनकी वापसी के दरवाजे लगभग बंद होते नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें अजिंक्य रहाणे ने भारत के लिए अंतिम टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ वेस्टइंडीज में खेला था। जहां पर वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। उसके बाद से रहाणे बाहर चल रहे हैं और उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी जगह नहीं मिली।