हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के माध्यम से प्रदेश के 2.80 करोड़ लोगों के डाटा का सफल विश्लेषण किया गया है। इसके हम एक बेहतरीन परियोजना दुनिया के सामने रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में परिवार पहचान पत्र जैसी व्यवस्था कहीं भी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हरियाणा की इस अनूठी परियोजना को सराहा है और इसका अध्ययन करने के लिए कहा है। इसके बाद कई राज्यों ने अपनी टीम हरियाणा में भेजी हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला में परिवार पहचान पत्र को लेकर आयोजित एक वर्कशॉप को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे।
यह है अवधारणा
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि भाजपा सरकार ने पात्र लोगों को सभी तरह की सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ देने की अवधारणा को साकार करने के लिए हरियाणा परिवार पहचान पत्र परियोजना शुरू की थी। पहले नागरिकता की पहचान के लिए आधार कार्ड की व्यवस्था थी, लेकिन समाज में परिवार, जिसमे बच्चे से लेकर वृद्धजन होते हैं, के डाटा की सटीक जानकारी के लिए समुचित व्यवस्था नहीं थी। 2011 की जनगणना के डाटा अनुसार ही प्रदेश में बहुत से कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही थीं। हमने अधिकारियों के सहयोग से परिवार पहचान पत्र को शुरू किया है, जिसके बेहतरीन नतीजे सामने आ रहे हैं।
घर बैठे मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों से परिवार पहचान पत्र के प्रति लोगों का संतुष्टि स्तर और अधिक बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र के आने से पहले अपात्र लोग भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा लेते थे और पात्र लोग वंचित रह जाते थे। आज सरकार के पास परिवार की सही जानकारी होने से पात्र लोगों को सभी योजनाओं का लाभ घर बैठे ही मिल रहा है जिसमें ओल्ड एज पेंशन, बीपील कार्ड सहित अन्य कल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं।
परियोजना मील का पत्थर साबित होगी
सीएम ने कहा कि परिवार पहचान पत्र को लेकर आय संबंधी त्रुटियों को सही करते समय अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि लोगों में किसी प्रकार की निराशा न हो। परिवार पहचान पत्र के प्रति जनता में विश्वास और मज़बूत होना चाहिए। परियोजना की सफलता के लिए लोगों से मिलने वाले बेहतरीन सुझावों को भी शामिल करने की दिशा में भी कार्य करें। प्रदेश के प्रत्येक परिवार को खुशहाल बनाने में परिवार पहचान पत्र परियोजना मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर परिवार पहचान पत्र को लेकर आयोजित वर्कशॉप में प्रधान सचिव वी. उमाशंकर ने बताया कि आज 11 जिलों की यह वर्कशॉप आयोजित की गई है जिसमें विभिन्न सत्रों में अधिकारियों से अच्छे सुझाव आए हैं। इस अवसर पर हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास गुप्ता और नागरिक संसाधन सूचना विभाग की सचिव सोफिय़ा दहिया भी उपस्थित थीं।