जब युवराज सिंह की वजह से सौरव गांगुली कप्तानी से इस्तीफा देने को हो गए थे मजबूर
Liberal Sports Desk : भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली युवा खिलाड़ियों के लिए हमेशा से ही एक ऐसे कप्तान रहे हैं जो हमेशा ही युवाओं को समर्थन देते हैं। फिर चाहे वह युवराज सिंह हो वीरेंद्र सहवाग ल हो हरभजन सिंह हो या फिर इरफान पठान हो यह वही खिलाड़ी हैं जिन्हें सौरव गांगुली ने समर्थन देकर टीम में शामिल किया था सौरव गांगुली हमेशा से ही युवा खिलाड़ियों के लिए हमेशा खड़े रहते थे शायद यही वजह रही कि जिस दौर में सौरव गांगुली ने कप्तानी संभाली थी इन युवा खिलाड़ियों ने ही सौरव गांगुली की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन भी किया है लेकिन आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें युवराज सिंह की वजह से सौरव गांगुली कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो गए थे।
दरअसल 2004 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले कोच्चि वनडे से ठीक पहले एक टीम मीटिंग होनी थी सभी खिलाड़ी सौरव गांगुली से पहले टीम मीटिंग में पहुंच गए थे। तभी सौरव गांगुली उस मीटिंग में पहुंचे तो देखा सभी खिलाड़ी पूरी तरह से शांत बैठे हुए तो सौरव गांगुली की तरफ देख रहे थे। तभी टेबल पर एक न्यूज़ पेपर रखा हुआ था जिसमें लिखा हुआ था कि सौरव गांगुली ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए कुछ अजीब बयान दिए हैं। सभी खिलाड़ी सौरव गांगुली से उस बयान के लिए नाराज थे लेकिन सौरव गांगुली ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि यह बयान और इंटरव्यू मैंने नहीं दिया है दरअसल वह न्यूज़ पेपर नकली था।
सौरव गांगुली ने फिर यह भी देखा कि युवराज सिंह, हरभजन सिंह, और वीरेंद्र सहवाग ने उस नकली न्यूज़ पेपर की एक कॉपी टीम मैनेजर को थमा दी थी। सौरभ गांगुली एक-एक कर हर खिलाड़ी को यह समझाने की कोशिश कर रहे थे कि उन्होंने यह बयान नहीं दिए लेकिन कोई भी खिलाड़ी सौरव गांगुली की बात सुनने तैयार नहीं था। गांगुली अपने खिलाड़ियों को समझाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कोई भी खिलाड़ी सौरव गांगुली के साथ समर्थन में खड़ा नहीं हो रहा था। सौरव गांगुली की आंखों में आंसू थे सौरव गांगुली निराश हो चुके थे और उन्होंने मन बना लिया था कि वह कप्तानी से इस्तीफा दे देंगे। तभी राहुल द्रविड़ ने इस पूरे वाकये से भांडा फोड़ दिया और कहा कि यह सभी खिलाड़ी आपको अप्रैल फूल बना रहे हैं।
इस घटना के बाद सौरव गांगुली ने सभी खिलाड़ियों को अपना बैट लेकर दौड़ा दिया था तभी सौरव गांगुली को एक और सीट मिली जिसमें लिखा था कि “दादा हम सब आपसे प्यार करते हैं। गांगुली ने सभी खिलाड़ियों को अपने गले से लगा लिया और कहा कि अब दोबारा ऐसा मजाक मत करना।