जब सचिन तेंदुलकर को कहा गया था सचिन नहीं है फाइनल मैचों में रन बनाने वाले खिलाड़ी, सचिन ने ये दिया था जवाब
Liberal Sports Desk : सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट में भगवान कहे जाने वाले इस खिलाड़ी के नाम हर वह रिकॉर्ड है जो अब तक किसी ने नहीं तोड़ पाए हैं। फिर चाहे वह सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड हो सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड हो सबसे ज्यादा टेस्ट मैच का रिकॉर्ड हो। सचिन तेंदुलकर के नाम हर वह रिकॉर्ड मौजूद है जिसके लिए उन्हें जितना भी महान कहा जाए वह कम होगा। लेकिन एक मौका वह भी था जब एक मशहूर कमेंटेटर ने सचिन तेंदुलकर के ऊपर यह कहकर सवाल उठा दिए थे की सचिन तेंदुलकर फाइनल मैचों में कभी रन नहीं बनाते हैं इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया था।
दरअसल भारत के मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले ने एक बार सचिन तेंदुलकर को लेकर यह कहा था कि सचिन तेंदुलकर कभी भी फाइनल मैचों में रन नहीं बनाते हैं। सचिन तेंदुलकर पूरे टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करते हैं लेकिन जब बात फाइनल की आती है तो सचिन तेंदुलकर के बल्ला खामोश नजर आता है। हर्षा भोगले की बात को अगर गौर से देखा जाए तो कहीं ना कहीं कुछ मौकों पर सचिन तेंदुलकर फाइनल मैचों में असफल साबित हुए हैं। लेकिन जिन भी टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर फाइनल में सफल साबित हुए हैं उसमें सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा रन भी हुआ करते थे लेकिन सचिन तेंदुलकर का जवाब अभी बाकी था।
दरअसल जिस वक्त यह वाक्या हुआ था उसके 10 दिन बाद ही भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में लगातार दो फाइनल मुकाबले खेलने थे। सचिन तेंदुलकर के पास हर्षा भोगले की बात का जवाब देने का मौका था और सचिन तेंदुलकर इस बार पूरी तरह से तैयार थे। और सचिन तेंदुलकर ने उस फाइनल मुकाबले हर्षा भोगले के द्वारा कही गई बात को गलत साबित कर दिया। तेंदुलकर ने पहले फाइनल मुकाबले में सिडनी में शतक लगाकर भारतीय टीम को बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल के पहले मुकाबले में जीत दिला दी।
लेकिन सचिन इस बार इतने में ही नहीं रुकने वाले थे। ब्रिसबेन में खेले गए दूसरे फाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने 93 रनों की एक और पारी खेल डाली। और भारतीय टीम को पहली बार ऑस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज का खिताब भी जिता दिया। यह पहला मौका था जब सचिन ने लगातार दो फाइनल मुकाबलों में इतने रन बनाए थे।
इसके बाद 2009 में श्रीलंका में हुए कॉन्पैक कप के फाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने 150 रनों की पारी खेल डाली और एक बार फिर से साबित कर दिया कि सचिन तेंदुलकर आखिर सचिन तेंदुलकर हैं फिर चाहे वह फाइनल मुकाबला हो या फिर सीरीज का एक सामान्य मुकाबला।