जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपनी स्पीच बीच मे रोककर कहना पड़ा ‘कृपया तालियाँ बजाइये’ जानिए फिर क्या हुआ
आपने कविताओं और मुशायरों के मंच से अक्सर कवियों और शायरों को श्रोताओं से ,मौजूद दर्शकों से तालियां बजवाने का आग्रह करते हुए कई बार देखा होगा सुना होगा। लेकिन ऐसा आपने शायद ही देखा हो जब एक देश के राष्ट्रपति को अपनी स्पीच को बीच में रोककर मौजूद लोगों से तालियां बजाने के लिए कहना पड़ा हो। लेकिन ऐसा हुआ है भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपनी स्पीच के दौरान तालियां बजाने के लिए कहना पड़ा।
दरअसल भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हाल ही में राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में टोक्यो ओलंपिक में गए भारतीय ओलंपिक दल को चाय पर बुलाया था जहां उन्होंने तमाम ओलिंपिक खिलाड़ियों से मुलाकात की मुलाकात के बाद उन्होंने सभी खिलाड़ियों को संबोधित किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सभी खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे सभी खिलाड़ी ध्यान से उन्हें सुन रहे थे लेकिन तभी एक ऐसा मौका आया जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपने संबोधन को बीच में रोककर मौजूद खिलाड़ियों से कहना पड़ा कि कृपया ताली बजाइए।
दरअसल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने संबोधन में ओलंपिक खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात कर रहे थे सभी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओलंपिक में बेटियों की चर्चा की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ‘हमें आज अपनी उन बेटियों पर विशेष रूप से गर्व है जिन्होंने अनेक बाधाओं के बावजूद विश्व स्तर का प्रदर्शन किया।’राष्ट्पति के यह कहने के बाद भी सभी खिलाड़ी ध्यान से उनको खामोशी के साथ सुनते रहे इस पर रामनाथ कोविद एकदम से रुके और रामनाथ कोविंद ने जोर से कहा ‘कृपया ताली बजाइए’ यह कहकर रामनाथ कोविंद जोर से हंसने लगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यह बात सुनकर सभी खिलाड़ी तेजी से ताली बजाने लगे और सभी मुस्कुराने लगे। पीवी सिंधु राष्ट्रपति की यह बात सुनकर तालियां बजाते हुए हंसने लगी। और माहौल में एक प्रकार की मुस्कुराहट ही छा गई।
अक्सर देखा जाता है कि देश के राष्ट्रपति के हाव भाव बेहद ही संयमित रहते हैं। लेकिन जब देश के बेटियों की बात आई और खामोशी छाई रही ऐसे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद खुद को ना रोक पाए और उन्होंने सभी से ताली बजाने के लिए कह दिया। राष्ट्रपति का यह हसमुख अंदाज देखकर मौजूद सभी खिलाड़ी भी हैरान हो गए।