वो मौके जब इन खिलाड़ियों के लिए सेलेक्टर्स से लड़ गए थे सौरव गांगुली

Liberal Sports Desk :सौरभ गांगुली हमेशा ही युवाओं को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। सौरव गांगुली ने लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की कप्तानी की और भारतीय टीम को शिखर तक भी पहुंचाया ।सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने विदेशों में जाकर जीत दर्ज की व कई अहम मौकों पर बड़ी टीमों को भी पस्त किया आज 8 जुलाई सौरव गांगुली अपना 49 वा जन्मदिवस मना रहे हैं और आज हम आपको सौरव गांगुली के कुछ ऐसे ही किस्सों से रूबरू कराने वाले हैं जिनमें सौरव गांगुली खिलाड़ियों के लिए चयनकर्ताओं तक से लड़ गए थे।

जब वीरेंद्र सहवाग के लिए चयनकर्ताओं से भिड़े सौरभ गांगुली

भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान के हमेशा कुछ चहेते खिलाड़ी रहते हैं जिन्हें कप्तान हमेशा अपनी टीम में रखना चाहते हैं क्योंकि कप्तान उनकी क्षमताओं को जानते हैं ऐसे ही एक प्लेयर्स है वीरेंद्र सहवाग जिनके लिए सौरव गांगुली 2001 में चयनकर्ताओं से भिड़ गए थे मौका था 2001 में जब वीरेंद्र सहवाग जिंबाब्वे टूर पर फ्लॉप हो गए थे और श्रीलंका टूर पर भी वीरेंद्र सहवाग के रन नहीं बन रहे थे। ऐसे में सौरव गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग से कहा कि अब मैं तुम्हें ज्यादा बचा नहीं पाऊंगा तुम्हें रन बनाने होंगे लेकिन तुम्हें अपना गेम खुलकर खेलना होगा अगर तुम खुलकर खेलने में फ्लॉप हो गए तो मैं तुम्हें बचा लूंगा और चयनकर्ताओं से भी यह कह दिया था कि वीरेंद्र सहवाग को मैं अगले टूर में खिलाऊंगा ही।

इरफान पठान को ऑस्ट्रेलिया के कठिन टूर पर पदार्पण का मौका दिया

सौरव गांगुली की यह विशेषता थी कि वह जिस खिलाड़ी को टीम में खिलाना चाहते थे उसे खिला कर ही दम लेते थे क्योंकि सौरव गांगुली एक ऐसे कप्तान थे जो खिलाड़ियों की क्षमता को बांट लेते थे और कुछ ऐसा ही उन्होंने 2004 में युवा खिलाड़ी इरफान पठान को ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पदार्पण करके मौका दिया इरफान पठान ने उनके द्वारा दिए गए इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और शानदार प्रदर्शन किया

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