अपने घर से रोज 30 मिनट दौड़कर स्टेशन जाता था यह खिलाड़ी, आईपीएल डेब्यु में हासिल किया कप्तान का विकेट
Liberal Sports Desk : राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच मंगलवार को आईपीएल के दूसरे चरण का तीसरा मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में पंजाब किंग्स ने 3 खिलाड़ियों को डेब्यू कराया। जिसमें दक्षिण अफ्रीका के एडन मार्क्रम, इंग्लैंड के आदिल रशीद,और भारत के ईशान पोरेल ने डेब्यू करते हुए 4 ओवरों की गेंदबाजी में 39 रन खर्च करते हुए राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन का विकेट हासिल किया। और उनका यह डेब्यू मुकाबला भी था। लेकिन ईशान पोरेल के लिए यहां तक का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। कड़ी मेहनत से उन्होंने आईपीएल तक का सफर तय किया है। इस आर्टिकल में ईशान पोरल से जुड़े हुए संघर्ष को हम बता रहे हैं।
फिटनेस के लिए रोज घर से 30 मिनट दौड़ कर स्टेशन जाया करते थे ईशान पोरेल
ईशान पोरल ने बंगाल के लिए अंडर 16 में खेला है। उसके बाद उन्हें बंगाल की सीनियर टीम में भी जगह मिली थी। अंडर 16 में बंगाल के लिए खेलने के बाद ईशान पोरेल को भारत की अंडर-19 टीम में भी जगह मिली और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया। लगातार बेहतर प्रदर्शन करके बंगाल की सीनियर टीम में उन्होंने अपना दावा ठोका और उसके बाद जगह भी बनाई। लेकिन 23 साल के इस युवा खिलाड़ी के लिए यहां तक पहुंचना किसी संघर्ष से कम नहीं रहा है। ईशान पोरेल अपनी फिटनेस के लिए अपने घर से रोज 30 मिनट दौड़ कर स्टेशन जाया करते थे। इसी मेहनत का नतीजा आज आईपीएल में उन्हें डेब्यू के रूप में मिला है जहां उन्होंने राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन का विकेट हासिल किया।
19 साल की उम्र में लगातार चोट से जूझ रहे थे ईशान पोरेल
ईशान पोरेल ने 19 साल की उम्र में अंडर-19 टीम में तो जगह बना ली थी। लेकिन वो लगातार लिगामेंट इंजरी से जूझ रहे थे। उनकी गेंदबाजी देखकर सेलेक्टर्स तो प्रभावित थे लेकिन चोट ने उनकी कहानी बिगाड़ दी थी। लेकिन उसके बाद उन्होंने अपनी फिटनेस पर काम किया एसी जिम में ना जाने की बजाय उन्होंने अपने घर से स्टेशन तक का सफर दौड़कर तय करना सही समझा। और उसके बाद उन्होंने लगातार अपनी गेंदों में पैनापन लाना शुरू किया। जिसके बाद से सेलेक्टर्स भी उनकी इस फिटनेस को देखकर कायल हुए और उन्हें बंगाल की टीम में जगह भी मिली।