पीएम पद की खींचतान और सीटों की उलझन.. विपक्ष के नेता बोले-ऑल इज वेल
विपक्षी पार्टियों ने इंडिया गठबंधन तो बना लिया है, लेकिन खींचतान अब भी मची हुई है। जेडीयू ने नीतीश कुमार, आप ने केजरीवाल, कांग्रेस ने राहुल गांधी, टीएमएस ने ममता बनर्जी, सपा ने अखिलेश यादव और उद्धव गुट ने उद्धव ठाकरे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग शुरू कर दी है। भले ही दबी जुबान में ये नेता इससे इंकार करें, लेकिन कहीं न कहीं मन में लड्डू जरूर फूट रहे हैं। इसी बीच मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को गठबंधन की बैठक हो रही है। उम्मीद है कि इसमें सीटों पर समझौता हो और संयोजक भी बन जाए। लेकिन सीटों का गणित सुलझाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। ऐसे में कांग्रेस को ही बड़ा दिल दिखाकर समझौते की मुद्रा में आना होगा।
यह बोले विपक्ष के नेता
–कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि हमारे बीच कोई गतिरोध नहीं है। हम बड़े लक्ष्य के साथ एकजुट हुए हैं और एक बड़ी चीज हासिल करना चाहते हैं और वह है भारत को एकजुट रखना। कुछ चीजें चुनाव के बाद तय की जाएंगी।
- इंडिया गठबंधन के नेता के चेहरे पर सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा कि विपक्षी दलों के पास कई नेता हैं और वे एक चेहरा ढूंढ लेंगे। आपको इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
-कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि गठबंधन का उद्देश्य देश के संविधान को मजबूत बनाना है। हम जाति, लिंग या क्षेत्र के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहते। मुझे विश्वास है कि मुंबई में होने वाली बैठक ऐतिहासिक होगी।
-सीट बंटवारे पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य इस तानाशाही को खत्म करना है। यह फैसला अलग-अलग राज्यों में पार्टियों की योग्यता के अनुसार लिया जाएगा। - सीपीआई महासचिव डी. राजा ने कहा कि पटना बैठक के दौरान हम सभी ने एक साथ लडऩे और भाजपा को हराने के अपने साझा संकल्प की घोषणा की थी। बेंगलुरु बैठक एक कदम आगे था और इंडिया नाम के साथ एक गठबंधन बनाया गया। अब मुंबई बैठक भी एक कदम आगे होना चाहिए। हमें भाजपा के खिलाफ लडऩे के लिए लोगों को एकजुट करना होगा।