यूपी में भाजपा को जिताने के मुद्दे पर ठंड गई रार,टिकैत पर AIMIM ने अब किया पलटवार
चुनाव में सत्ताधारी पार्टी को हराने के लिए विपक्षी दलों को लड़ते तो सभी ने देखा है लेकिन शायद ही किसी ने विपक्षी दलों में इस बात का मुकाबला देखा हो कि आखिर सत्ताधारी पार्टी को जिताया किसने था ।कुछ ऐसा ही देखने मिल रहा है उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले जहां पर विपक्षी पार्टियां और नेताओं के बीच इस बात की रार ठन गई है कि भाजपा को जिताने में किसकी भूमिका थी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी AIMIM सभी विपक्षी दलों के निशाने पर आती जा रही है। ओवैसी ने उत्तर प्रदेश की 100 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है लेकिन उनके इस ऐलान के बाद से ही उन्हें न केवल सत्ताधारी भाजपा बल्कि विपक्ष के अन्य दलों के भी वार झेलना पड़ रहा है।
किसान नेता राकेश टिकैत ने भी ओवैसी पर यूपी में भाजपा को जिताने के लिए चुनाव में लड़ने के आरोप लगाए हैं। वही राकेश टिकैत ने ओवैसी को भाजपा का चाचा जान भी बता दिया। लेकिन अब राकेश टिकैत के इस बयान पर AIMIM ने भी पलटवार किया है और उल्टा राकेश टिकैत पर ही भाजपा को जिताने के आरोप लगा दिए हैं।
AIMIM के प्रवक्ता सैयद असीम वकार ने राकेश टिकैत पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि 2017 और 2019 में आप भाजपा को जिता रहे थे। मुसलमानों के कंधे पर बैठ कर आप अपनी राजनीतिक दूरी तय कर रहे हैं उन्होंने कहा कि 2022 में तय हो जाएगा कि राकेश टिकैत भाजपा की पिच पर भाजपा के बल्ले और गेंद से खेल रहे हैं। यानी कि अब AIMIM ने राकेश टिकैत पर भी आरोप लगा दिए हैं कि आने वाले दिनों में वे भी भाजपा का समर्थन करते हुए नजर आने वाले हैं।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने भी ओवैसी पर भाजपा के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए थे वहीं अन्य पार्टी भी लगातार उन को निशाने पर ले रहीं हैं ।इन पार्टियों का कहना है कि ओवैसी मुस्लिम मतदाताओं को अपनी ओर खींच कर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रहे हैं।