इन खिलाड़ियों ने गेंदबाज के तौर पर शुरू किया अपना करियर पर बन गए दुनिया के शानदार बल्लेबाज, कई बड़े नाम भी शामिल
Liberal Sports Desk :क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और समय-समय पर क्रिकेट में ये देखने को मिलता भी रहता है। क्रिकेट में खिलाड़ी गेंदबाज के तौर पर आते हैं और कुछ बल्लेबाज के तौर पर और कुछ दोनों ही चीजो में पारंगत होते हैं आज हम इस आर्टिकल में आपको ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर एक गेंदबाज के तौर पर शुरू किया लेकिन समय के साथ वह एक बड़े बल्लेबाज बनकर साबित हो गए।
स्टीव स्मिथ: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम में स्टीव स्मिथ ने 2009 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बतौर स्पिन गेंदबाज के तौर पर शुरुआत की। स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया में एक रॉ टैलेंट के रूप में पहचाने जाते थे क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुछ ज्यादा घरेलू क्रिकेट नहीं खेली थी लेकिन 2010 आते-आते उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तीनों फॉर्मेट में खेलना शुरू कर दिया हालांकि स्टीव स्मिथ को 2011 का वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन 2012- 13 से स्टीव स्मिथ निचले क्रम पर ठीक-ठाक बल्लेबाजी करने लगे लेकिन टीम मैनेजमेंट ने उन्हें ऊपर बल्लेबाजी का मौका दिया जिसके बाद स्टीव स्मिथ ने कभी मुड़ कर पीछे नहीं देखा और आज स्टीव स्मिथ उन चार बेहतरीन बल्लेबाजों की सूची में आते हैं जिन्हें फैब फोर कहा जाता है।स्टीव स्मिथ ने समय के साथ अपनी गेंदबाजी बिल्कुल कम कर दी और बल्लेबाजी में उन्होंने कई नए इतिहास भी बना डाले अगर उनके बल्लेबाजी के आंकड़ों पर एक नजर डालें तो उन्होंने अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 77 टेस्ट मैच खेले है जिसमे उन्होंने 61 की जबरदस्त औसत से 7540 रन बनाए है जिसमे 27 शतक व 31 अर्धशतक शामिल है वही उनके एकदिवसीय आंकड़ो की बात की जाए तो उन्होंने अबतक 128 मुकाबलों में 43 की औसत से 4378 रन बनाए हैं जिसमे 11 शतक व 25 अर्धशतक शामिल है।
कैमरन वाइट: ऑस्ट्रेलिया के ब्रेड हॉग के रिटायरमेंट के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम में लेग स्पिनर के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के कैमरन व्हाइट ने भारत के विरुद्ध बैंगलोर में अपने करियर की शुरुआत की और उन्होंने अपने पहले विकेट के रूप में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को अपना शिकार बनाया।हालांकि कैमरन वाइट को 2008 के बाद कभी भी टेस्ट क्रिकेट में दोबारा नहीं शामिल किया गया। लेकिन कैमरन वाइट अपने आप को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोबारा बल्लेबाज के तौर पर साबित करना चाहते थे और उन्होंने वह मौका ढूंढा 2009 में ऑस्ट्रेलिया के इंग्लैंड दौरे पर जहां उन्होंने अपने वनडे करियर का पहला शतक भी लगा दिया। इस शतक के बाद कैमरन वाइट अपने आप को ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक के स्थाई सदस्य बनते गए और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते गए माइकल क्लार्के T20 रिटायरमेंट के बाद कैमरन वाइट को ऑस्ट्रेलिया की T20 टीम का कप्तान भी बनाया गया हालांकि कुछ समय अच्छा प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया यदि कैमरन व्हाइट के बल्लेबाजी के आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 91 एकदिवसीय मुकाबले खेले जिसमे उन्होंने 33.97 की औसत से 2072 रन बनाये जिसमे 2 शतक व 11 अर्द्धशतक शामिल है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए चार टेस्ट भी खेले जिसमें उनका प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा यदि उनके T20 आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 47 टी 20 मुकाबले खेलते हुए 32.8 की औसत से 984 रन बनाए जिसमे 6 अर्धशतक शामिल है।
सनथ जयसूर्या: श्रीलंका टीम के सबसे सफल बल्लेबाज या यूं कहें सबसे सफल हरफनमौला खिलाड़ी सनत जयसूर्या ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत एक स्पिनर के तौर पर की थी। सनत जयसूर्या ने 1996 वर्ल्ड कप में सलामी बल्लेबाज के तौर पर 15 ओवर के दायरे के अंदर अपनी तेज बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया और श्रीलंका को एक सफल टीम भी बनाया सनत जयसूर्या ने शुरुआत एक स्पिनर के तौर पर की लेकिन समय के साथ व अपनी बल्लेबाजी की ओर ध्यान देते हुए एक सफल बल्लेबाज बन गए और श्रीलंका के लिए कई शतक भी लगाए उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की बात की जाए तो उन्होंने श्रीलंका के लिए 110 टेस्ट मैच खेले जिसमे उन्होंने 40.07 की औसत से 6973 रन बनाए जिसमे 14 शतक व 31 अर्धशतक शामिल है। वहीं अगर उनके एकदिवसीय आंकड़ो की बात की जाए तो उन्होंने 445 एकदिवसीय मुकाबले खेलते हुए 32.13 की औसत से 13430 रन बनाए जिसमे 28 शतक व 68 अर्द्धशतक शामिल है।
शोएब मलिक: पाकिस्तान उनके शानदार खिलाड़ी व पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के विरुद्ध की जिसमें एक ऑफ स्पिन गेंदबाज के रूप में चुना गया लेकिन समय के साथ स्वयं मलिक अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित करने लगे और धीरे-धीरे उन्हें पाकिस्तान टीम का मध्यक्रम का बल्लेबाज बनते देर नहीं लगी शोएब मलिक ने पाकिस्तान के लिए खेलते हुए मध्यक्रम में काफी रन बनाएं हैं यदि उनके आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने पाकिस्तान के लिए 35 टेस्ट मैच में 35.15 के औसत से 1898 रन बनाए जिसमे तीन शतक व 8 अर्धशतक शामिल है वहीं यदि उनके एकदिवसीय आंकड़ों की बात की जाए तो उन्होंने 287 मुकाबलों में 34.56 की औसत से 7534 रन बनाए है जिसमे 9 शतक व 44 अर्धशतक शामिल है।