युवराज की मेहनत का शुबमन गिल को मिला फल, ऑस्ट्रेलिया से लौटते ही खोला अपनी बल्लेबाजी का राज

भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा शानदार जीत के साथ खत्म हो चूका है और भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से मत दी थी जिसमें टीम के युवा खिलाड़ियों बड़ा योगदान रहा था। हालांकि ये टेस्ट सीरीज जीतना इतना आसान काम नहीं था पर फिर भी टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने हिम्मत ना हारते हुए जबरदस्त प्रदर्शन दिखाया और टीम को एतिहासिक जीत दिलाई। आपको बता दें की दोनों टीमों के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरिज खेली गई जिसमें तीन टेस्ट मैच खत्म होने तक सीरीज 1-1 से बराबरी पर थी और चौथा टेस्ट मैच निर्णायक साबित हुआ। चौथे टेस्ट में 91 रनों की ताबरतोड़ पारी खेलने वाले युवा बल्लेबाज शुबमन गिल का नाम सुर्खियों में रहा और अब इस खिलाडी ने अपनी बल्लेबाजी का राज खोलते हुए अपनी सफलता का क्रेडिट युवराज सिंह को दिया है।

आपको बता दें की शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर 3 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में 259 रन बनाए थे, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल रहे. पहले 2 टेस्ट मैचों में फ्लॉप रहने वाले मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ को बाहर करके शुबमन को बतौर ओपनर टीम में चुना गया था और तीसरे टेस्ट में उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला और इस खिलाड़ी ने भी शानदार बल्लेबाजी दिखाकर सबका ध्यान अपनी तरफ खिंच लिया। ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटते ही गिल ने बताया की युवराज के साथ उन्होंने काफी मेहनत की है जिसका फायदा उन्हें ऑस्ट्रेलिया में मिला है। शुबमन ने आगे कहा – युवराज मुझे छोटे भाई की तरह रखते है और मेरे साथ टीम मिलते ही अभ्यास करते है, अभ्यास के दौरान युवी मुझे 100-100 शार्ट पिच गेंदे डालते थे जिसने मुझे ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों का सामना करने में काफी मदद की।

हालांकि ये भी कहा जा रहा है की ऑस्ट्रेलिया में शुबमन ने युवी के दिए हुए बल्ले से बल्लेबाजी की जिससे उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के होश उड़ा दिए क्योंकि गिल के बल्ले पर YOUweCAN का स्टीकर लगा हुआ था और युवराज इस फाउंडेशन के मैनेजर है जो एक NGO के रूप में काम करती है और कैंसर के मरीज़ों का इलाज़ करती है। बता दें की 2011 वर्ल्ड कप के बाद युवी ने अमेरिका में कैंसर का इलाज करवाया था और उसके बाद उन्होंने यह NGO शुरू की थी जो अब देश में कैंसर पीड़ितों की मदद करती है। युवराज और गिल पुराने दोस्त है और पंजाब के लिए इकठे भी खेल चुके है। गिल ने भी मन की युवी के साथ खेलने का फायदा उन्हें लगातार मिल रहा है।

वहीं शुबमन ने अपने डेब्यू के बारे में भी बताते हुए कहा – डेब्यू मैच में काफी नर्वस था पर जैसे जैसे गेंद बल्ले पर आती गई मेरा आत्मविशवास बढ़ता गया, मैं अंतिम टेस्ट में टीम के लिए शतक बना सकता था पर चूक गया जिसका मुझे और मेरे पिता जी को भी दुख हुआ पर मुझे इस बात की ख़ुशी भी हुई की मैं टीम की जीत में योगदान दे पाया और हमने ऑस्ट्रेलिया के घर में जाकर टेस्ट सीरीज अपने नाम की। शुबमन को उम्मीद है की अब इंग्लैंड के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन शानदार देखने को मिलेगा क्योंकि उस सीरीज में भी इनको ओपनिंग करने का मौका मिलेगा। बता दें की इंग्लैंड और भारत के बीच पहला टेस्ट मैच 5 फरवरी को चेन्नई के मैदान पर खेला जाना है।

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