मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार बदलेगी यूनिवर्सिटीज के वीसी पद का नाम, जानिए क्या कहलायेंगे अब कुलपति

मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार भी अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर नामकरण की नीति में आगे बढ़ते नजर आ रही है ।लेकिन मध्यप्रदेश में यह नामकरण शहरों का नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी के कुलपति पद का किया जाएगा। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने विश्वविद्यालयों के कुलपति का नाम कुलगुरू रखने पर सुझाव मांगे हैं। शिक्षा विभाग ने इस नाम को लेकर विचार किया है और उनका कहना है कि यदि कैबिनेट में स्वीकृति मिलती है तो मध्य प्रदेश के कुलपति अब कुलगुरु के नाम से जाने जाएंगे।

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में अब शिक्षा विभाग में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं उनमें से एक बदलाव कुलपति के पद के नाम बदलने का भी किए जाने पर विचार किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि कुलपति की तुलना में कुलगुरू लोगों के गले से ज्यादा उतरता है।उन्होंने कहा कि कुलपतियों से आग्रह है कि इस नाम पर विचार करना चाहिए। मोहन यादव ने कहा कि विभाग ने विचार किया है और इसमें आगे बढ़ रहे हैं यह मुद्दा केबिनेट तक जाएगा और सब की स्वीकृति मिलती है तो मध्यप्रदेश में यह नाम लागू हो जाएगा। यानी कि अब मध्य प्रदेश में विश्वविद्यालय के प्रमुख कुलगुरू नाम से जाने जाएंगे।

बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के प्रस्ताव पर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ हेडगेवार ,जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय, संविधान निर्माता कहे जाने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और स्वामी विवेकानंद के विचारों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया था ।यह मुद्दा काफी सुर्खियों में भी उठा वहीं अब मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्रालय ने प्रदेश की यूनिवर्सिटी के कुलपतियों के नाम को कुलगुरु करने के फैसले पर विचार करने का मन बना लिया है।

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