राजस्थान कांग्रेस तक पहुंचा पंजाब का सियासी भूचाल,सीएम गहलोत के OSD ने दिया इस्तीफा

पंजाब कांग्रेस में शनिवार का दिन सियासी अनिश्चिताओ से भरा रहा। पिछले 9 साल से भी अधिक समय से मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एकाएक सीएम के पद को त्यागते हुए इस्तीफा दे दिया। वही अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद ना केवल पंजाब कांग्रेस बल्कि राष्ट्रीय कांग्रेस का खेमा भी पूरी तरह हिल गया। तो इसका असर अब राजस्थान कांग्रेस ने भी देखने को मिल रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी ने देर रात अपना इस्तीफा दे दिया है वहीँ इसका कारण पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर इस्तीफा देने वाले अमरिंदर सिंह से कहीं न कहीं जुड़ा हुआ है।

दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद एक ट्वीट किया था उनके इस ट्वीट को पंजाब कांग्रेस की राजनीति से जोड़कर देखा जाने लगा। लोकेश शर्मा ने कहा कि मेरे ट्वीट में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं है लेकिन इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है जो गलत है। इसलिए मैं अपना इस्तीफा दे रहा हूं।

लोकेश शर्मा ने शनिवार को 1:42 में एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ” मजबूत को मजबूर, मामूली को मगरूर किया जाए ,बाड़ ही खेत को खाए उस फसल को कौन बचाए। लोकेश शर्मा के इसी ट्वीट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे ट्वीट को राजनीतिक रंग देते हुए एक गलत अर्थ निकाल कर पंजाब के घटनाक्रम से जोड़ा जा रहा है। लोकेश शर्मा ने अपने इस्तीफे में कहा कि मैं 2010 से ट्विटर पर सक्रिय हूं और मैंने आज तक पार्टी लाइन से अलग कांग्रेस की किसी भी छोटे से लेकर बड़े नेता के संबंध में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को लेकर कभी कोई ऐसा शब्द नहीं लिखे जिन्हें गलत कहा जा सके।

लोकेश शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखें इस्तीफे में कहा कि मैं लगभग रोजाना ही ट्वीट करता हूं मेरे आज के ट्वीट से किसी भी रूप में पार्टी सरकार और आलाकमान की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं करबद्ध रूप से क्षमा चाहता हूं ।मेरी मंशा मेरे शब्दों और मेरी भावना किसी को भी किसी भी रुप से ठेस पहुंचाने वाली नहीं थी और ना कभी होगी लोकेश ने लिखा कि फिर भी अगर आपको लगता है मेरे द्वारा जानबूझकर कोई गलती की गई है तो मैं आपके विशेषाधिकारी पद से इस्तीफा भेज रहा हूं ,निर्णय आपको करना है।

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