राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वतंत्रा दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम पैगाम , जानिए 20 मिनट के संदेश में क्या रहा खास
देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस की की पूर्व संध्या को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र को अपना पैगाम सुनाया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने इस पैगाम में देश विदेश में रहने वाले सभी भारत वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। अपने 20 मिनट के इस संदेश में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता का महत्व ,आजादी की लड़ाई, टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का जोहर से लेकर कोरोना महामारी के दौरान देश की स्थिति और देश की प्रगति के विषय में चर्चा की। जानिए वह खास बिंदु जो राष्ट्रपति की चर्चा मैं रहे सम्मिलित।
इस वर्ष का स्वाधीनता दिवस है विशेष
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस का विशेष महत्व है क्योंकि इसी वर्ष से हम सब अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में आजादी का अमृत महोत्सव बना रहे ऐतिहासिक अवसर पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।
सेनानियों के संघर्ष से आजादी का सपना हुआ पूरा
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्वाधीनता दिवस हमारे लिए पराधीनता से मुक्ति का त्यौहार है कई पीढ़ियों के ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष से हमारी आजादी का सपना साकार हुआ था उन सभी ने त्याग व बलिदान के अनूठे उदाहरण प्रस्तुत किए उनके शौर्य और पराक्रम के बल पर ही आज हम और आप आजादी की सांस ले रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक में खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से बढ़ाया देश का गौरव
टोक्यो ओलंपिक का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया है भारत ने ओलंपिक खेलों में अपनी भागीदारी के 121 वर्षों में सबसे अधिक मेडल जीतने का इतिहास रचा है हमारी बेटियों ने अनेक बाधाओं को पार करते हुए खेल के मैदानों में विश्व स्तर की उत्कृष्टता हासिल की है राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बेटियों की सफलता में मुझे विश्व के विकसित भारत की झलक दिखाई देती है मैं हर माता-पिता से आग्रह करता हूं कि वह ऐसी होनहार बेटियों के परिवारों से शिक्षा लें और अपनी बेटियों को भी आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करें।
देश को कोरोना की दूसरी लहर का भयावह प्रकोप झेलना पड़ा मुझे इस बात का दुख है
कोरोना की दूसरी लहर के संबंध में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत ही कम समय में व्यक्ति इन तैयार करने का कठिन काम संपन्न कर लिया इसलिए इस वर्ष के आरंभ में हम सब विश्वास से भरे हुए थे क्योंकि हमने इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया था फिर भी कोरोनावायरस के नए रूपों और अन्य अप्रत्याशित कारणों के परिणाम स्वरूप हमें दूसरी लहर का भया व प्रकोप झेलना पड़ा मुझे इस बात का गहरा दुख है कि दूसरी लहर में बहुत अरे लोगों की प्राण रक्षा नहीं की जा सकी और बहुत से लोगों को भारी कष्ट सहने पड़े राष्ट्रपति ने कहा कि मैं पूरे देश की ओर से आप सभी पीड़ित परिवारों के दुख में बराबर का भागीदार हूं।
जम्मू कश्मीर में दिखाई दे रहा है नवजागरण
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आप जम्मू कश्मीर में नवजागरण दिखाई दे रहा है सरकार ने लोकतंत्र और कानून के शासन में विश्वास रखने वाले सभी पक्षों के साथ परामर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है मैं जम्मू कश्मीर के निवासियों विशेषकर युवाओं से इस अवसर का लाभ उठाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से अपनी आकांक्षाओं को साकार करने के लिए सक्रिय होने का आग्रह करता हूं।