‘मेरा नाम गाँधी है सावरकर नहीं’ सांसदी जाने के बाद आक्रामक हुए राहुल,जाने प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बाते
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को बीते दिन लोकसभा से अयोग्य ठहरा दिया गया। मानहानि के मामले में 2 साल की सजा के बाद राहुल गाँधी अपनी सांसदी भी गंवा बैठे। बीते दिन से ही राहुल गाँधी के मामले को लेकर सियासत भड़की हुई थी। इस बीच राहुल गाँधी आज शनिवार को खुद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गाँधी बेहद ही आक्रामक नजर आये। सांसदी छिन जाने का गुस्सा साफ़ तौर पर राहुल गाँधी की बातो से झलक रहा था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गाँधी ने पीएम मोदी और भाजपा पर तो हमले किये ही साथ ही वे एक पत्रकार पर भी बुरी तरह भड़क गए। राहुल गाँधी ने आखिर क्या कुछ कहा, आइये जानते हैं।
पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या है रिश्ता ?
राहुल गाँधी ने कहा कि मैंने आप सभी से काफी बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। और इसके हमें हर रोज नए नए उदाहरण मिल रहे हैं। राहुल ने कहा कि में एक ही सवाल पूछा था। अडानी की शेल कंपनियां है उसमे किसी ने 20 हजार करोड़ रूपये निवेश किये। वो अडानी जी का पैसा नहीं है। सवाल यह है कि ये जो 20 हजार करोड़ रूपये हैं ये किसके हैं। मैंने संसद में सबूत के साथ जो मैंने मीडिया रिपोर्ट से निकाला। अडानी और पीएम मोदी के रिश्ते के बारे में बोला। ये रिश्ता नया नहीं है ये पुराना है।
स्पीकर ने मुझे नहीं दिया बोलने
राहुल गाँधी ने कहा कि मैंने हवाई जहाज की फोटो दिखाई जिसमे नरेंद्र मोदी अपने दोस्त के साथ आराम से बैठे हुए थे। मैंने स्पीकर को चिट्ठी लिखी और कहा कि एयरपोर्ट अडानी को नियम बदलकर दिए गए हैं। मेरे बारे में मंत्रियो ने संसद में झूठ बोला कि में विदेशी ताकतों से मदद मांगी। मैंने स्पीकर से जाकर कहा कि सदन का नियम है कि अगर किसी सदस्य पर आरोप लगाए जाते हैं तो उसका जवाब देना उसका हक होता है। मैंने चिट्ठी लिखी लेकिन जवाब नहीं आया।
मुझे जेल में भी कर दें बंद, मैं बोलता रहूँगा
राहुल गाँधी ने कहा कि मैंने स्पीकर से पूछा कि आप मुझे बोलने क्यों नहीं दे रहे है। इस पर स्पीकर मुस्कुराये और कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता। राहुल ने कहा कि मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूँगा। मुझे इन लोगो से कोई डर नहीं लगता। अगर ये सोचे कि मुझे अयोग्य घोषित करके, डराकर जेल में बंद कर सकते हैं। तो मैं नहीं डरूंगा। मैं हिन्दुतान के लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूँगा।
मैं लड़ता रहूँगा
राहुल गाँधी ने कहा कि चाहे मुझे मारे पीटे डिसक्वालिफाई करें या जेल में डाले। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है। प्यार दिया है इज्जत दी है। इसलिए मैं ये करता हूँ। राहुल गाँधी ने कहा कि मैं हिन्दुस्तान के न्यायायिक सिस्टम का सम्मान करता हूँ।
वायनाड के लिए लिखूंगा चिट्ठी
राहुल ने यह भी कहा कि मैंने सोचा है कि मैंने अपने संसदीय क्षेत्र में भी कहा कि वायनाड के लोगो के साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता है। मैं वायनाड के लोगो के लिए अपनी एक चिट्ठी लिखूंगा जिसमे मैं बताऊंगा कि मेरे दिल में उनके लिए क्या है।
पीएम मोदी से डरते हैं भाजपा के सभी नेता
राहुल गाँधी ने कहा कि भाजपा के सभी नेता नरेंद्र मोदी से डरते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि ध्यान हटाना है। सभी भाजपा नेता अडानी और मोदी के बीच का रिश्ता जानते है। सवाल यही है कि 20 हजार करोड़ रूपये किसका है।
मेरे आने वाले भाषण से डर गए पीएम मोदी
राहुल गाँधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं इस लिए निलंबित कर दिया गया क्योंकि उन्हें मेरे अगले भाषण से डर था। यह डर मैंने उनकी आँखों में देखा है। पीएम मोदी और अडानी के बीच बहुत गहरा रिश्ता है।
विपक्ष का धन्यवाद
राहुल गाँधी ने विपक्षी समर्थन पर भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि मैं सभी विपक्षी दलों का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने इस मामले में हमारा समर्थन किया। हम सभी मिलकर काम करेंगे।
मैं करता रहूँगा अपनी तपस्या
राहुल ने कहा कि चाहे मुझे सदस्य्ता मिले या न मिले तब भी मैं अपना काम करूँगा। ये मुझे हमेशा के लिए भी डिसक्वालिफाई कर दें तो भी मैं अपना काम करता रहूँगा। मुझे अपनी तपस्या करनी है वो मैं करके दिखाऊंगा।
विपक्ष को मिला बड़ा हथियार
राहुल गाँधी ने अपने अयोग्य ठहराए जाने को लेकर कहा कि मोदी सरकार ने हमें हथियार पकड़ा दिया है। इसका सबसे बड़ा फायदा विपक्ष को होगा। अब जनता के मन में सवाल आ गया है कि अडानी भ्रष्ट व्यक्ति है। अब जनता के मन में सवाल उठा है कि इस भ्रष्ट व्यक्ति को भारत का पीएम क्यों बचा रहा है।
मेरा नाम गाँधी है सावरकर नहीं
राहुल गाँधी से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पूछा गया कि आपने कोर्ट में माफ़ी क्यों नहीं मांगी ? इस पर राहुल गाँधी ने जवाब दिया कि मेरा नाम गाँधी है सावरकर नहीं। और गाँधी किसी से नहीं डरते हैं।