मणिपुर में लगा I.N.D.I.A गठबंधन के सांसदों का मजमा, अधीर रंजन बोले – सरकार पर अब नहीं लोगो को विश्वास
हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पहुँच चुका है। शनिवार को 20 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने यहाँ चुराचांदपुर ज़िले में एक राहत शिविर का दौरा किया।इस दौरान विपक्षी सांसदों ने मीडिया से बातचीत के दौरान मोदी सरकार को राज्य के मौजूदा को लेकर मोदी सरकार को जमकर घेरा।
क्या बोले विपक्षी सांसद
चुराचांदपुर ज़िले में एक राहत शिविर का दौरा करने के बाद टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लोग पीड़ित हैं और सोच रहे हैं कि हम घर कब जाएंगे। भारत सरकार को एक प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए था उन्होंने मना कर दिया इसलिए विपक्षी दलों के गठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल यहां आया है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि इन लोगों का चेहरा देखकर पता चलता है कि ये डरे हुए हैं। इन लोगों को सरकार पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है। बहुत भयानक स्थिति पैदा हो चुकी है.अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम वहां राजनीतिक मुद्दे उठाने नहीं बल्कि मणिपुर के लोगों का दर्द समझने जा रहे हैं।
ये 20 सांसद पहुंचे मणिपुर
20 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, फूलो देवी नेताम, के सुरेश शामिल होंगे; टीएमसी से सुष्मिता देव, आप से सुशील गुप्ता, शिवसेना (यूबीटी) से अरविंद सावंत, डीएमके से कनिमोझी करुणानिधि, जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह और अनिल प्रसाद हेगड़े, संदोश कुमार (सीपीआई), एए रहीम (सीपीआईएम), मनोज कुमार झा (आरजेडी), जावेद अली खान (समाजवादी पार्टी), महुआ माजी (जेएमएम), पीपी मोहम्मद फैजल (एनसीपी), ईटी मोहम्मद बशीर (आईयूएमएल), एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी), डी रविकुमार (वीसीके), थिरु थोल थिरुमावलवन (वीसीके) ) और जयंत सिंह (आरएलडी) से शामिल हैं।
पीएम मोदी के बयान की मांग पर अड़ा विपक्ष
बता दें विपक्ष जातीय संघर्षग्रस्त मणिपुर की स्थिति पर संसद में प्रधानमंत्री के बयान और उसके बाद इस पर पूर्ण चर्चा की मांग कर रहा है। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर 3 मई से जातीय हिंसा की चपेट में है, जिसमें 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.