महाराष्ट्र की राजनीति फिर गर्माई.. शरद पवार के कृषि मंत्री बनने की चर्चा
महाराष्ट्र की राजनीति फिर गर्मा गई है। सूत्र बताते हैं कि डिप्टी सीएम अजित पवार ने पुणे के उद्योगपति के घर पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की है। चर्चा है कि शरद पवार को बड़ा ऑफर दिया है। ये ऑफर है केंद्र में कृषि मंत्री बनने और नीति आयोग के अध्यक्ष बनने का। इसके अलावा सुप्रिया सुले को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। जयंत पाटिल को राज्य में मंत्री बनाने का भी ऑफर है। हालांकि एनसीपी के शरद पवार गुट ने इन अटकलों का खंडन किया है। शरद पवार खुद कह चुके हैं कि वे बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। इसके बावजूद कांग्रेस और उद्धव गुट ने इन चर्चाओं पर बयान जारी कर शरद पवार से सफाई मांगी है। अब सुप्रिया सुले भी ने भी इन खबरों का खंड किया है। ऐसे में देखना होगा कि महाराष्ट्र की राजनीति किस करवट बैठती है और ये अटकलें कितनी सही साबित होंगी।
मुझे नहीं मिला कोई ऑफर : सुप्रिया सुले
भाजपा द्वारा कैबिनेट पद की पेशकश पर एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि किसी ने मुझे कुछ भी ऑफर नहीं किया है और न ही मुझसे बातचीत की है। आपको महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहिए कि वे ऐसे बयान क्यों दे रहे हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, गौरव गोगोई जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हूं, लेकिन मैं महाराष्ट्र में उनके नेताओं के संपर्क में नहीं हूं।
कांग्रेस ने बैठक कर की चर्चा
मुंबई में महाराष्ट्र कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक चल रही है। माना जा रहा है कि एनसीपी के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों पर चर्चा हुई है। पृथ्वीराज चव्हाण खुद एनसीपी से स्थिति स्पष्ट करने की बात कह चुके हैं। वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सांसद केसी वेणुगोपाल और अन्य पार्टी नेताओं की मौजूदगी में दिल्ली कांग्रेस की बैठक की है। इस पर दिल्ली और महाराष्ट्र की स्थिति पर चर्चा हो सकती है।
अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं हैं कि शरद पवार को ऑफर दे सकें
अजित पवार द्वारा शरद पवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देने की पेशकश की खबरों पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा की अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं हैं कि वह शरद पवार को ऑफर दे सकें। अजित पवार को पवार साहब ने बनाया है, अजित पवार ने शरद पवार को नहीं बनाया। 60 वर्ष से भी ज़्यादा समय पवार साहब ने संसदीय राजनीति में बिताया है और 4 बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनका जो कद है वह बहुत बड़ा है।